Saturday 21 October 2017

शरीर के अंगो पर हिंदी मुहावरे

आँख पर मुहावरे

  • आँखें खुलना (होश आना, सावधान होना)- जनजागरण से हमारे शासकों की आँखें अब खुलने लगी हैं।
  • आँखें चार होना (आमने-सामने होना)- जब आँखें चार होती है, मुहब्बत हो ही जाती है।
  • आँखें मूँदना (मर जाना)- आज सबेरे उसके पिता ने आँखें मूँद ली।
  • आँखें चुराना (नजर बचाना, अपने को छिपाना)- मुझे देखते ही वह आँखें चुराने लगा।
  • आखों में खून उतरना (अधिक क्रोध करना)- बेटे के कुकर्म की बात सुनकर पिता की आँखों में खून उतर आया।
  • आँखों में गड़ना (किसी वस्तु को पाने की उत्कट लालसा)- उसकी कलम मेरी आँखों में गड़ गयी है।
  • आँखें फेर लेना (उदासीन हो जाना)- मतलब निकल जाने के बाद उसने मेरी ओर से बिलकुल आँखें फेर ली है।
  • आँख मारना (इशारा करना)- उसने आँख मारकर मुझे बुलाया।
  • आँखों में धूल झोंकना (धोखा देना)- वह बड़ों-बड़ों की आँखों में धूल झोंक सकता है।
  • आँखें बिछाना (प्रेम से स्वागत करना)- मैंने उनके लिए अपनी आँखें बिछा दीं।
  • आँखों का काँटा होना (शत्रु होना)- वह मेरी आँखों का काँटा हो रहा है।
  • आँख उठाना- (हानि पहुँचाने की दृष्टि से देखना)
  • आँखें ठंढी होना- (इच्छा पूरी होना)
  • आँख दिखाना- (क्रोध प्रकट करना)
  • आँखों पर बिठाना- (आदर करना)
  • आँख भर आना- (आँसू आना)
  • आँखों में धूल डालना- (धोखा देना)
  • आँखें लड़ना- (देखादेखी होना, प्रेम होना)
  • आँखें लाल करना- (क्रोध की नजर से देखना)
  • आँखें थकना- (प्रतीक्षा में निराश होना)
  • आँखों में चर्बी छाना- (घमण्डी होना)
  • आँखों में खटकना- (बुरा लगना)
  • आँखें नीली-पीली करना- (नाराज होना)
  • आँख का अंधा, गाँठ का पूरा- (मूर्ख धनवान)
  • आँखों की किरकिरी होना- (शत्रु होना)
  • आँखों का प्यारा या पुतली होना- (बहुत प्यारा होना)
  • आँखों का पानी ढल जाना- (लज्जारहित हो जाना)
  • आँखें सेंकना- (किसी की सुन्दरता देख आँखें जुड़ाना)
  • आँखें आना- (आँख में एक प्रकार की बीमारी होना)
  • आँखें गड़ाना- (दिल लगाना, इच्छा करना)
  • आँख फड़कना- (सगुन उचरना)
  • आँखें लगना- (प्रेम करना, जरा-सी नींद आना)
  • आँख रखना- (ध्यान रखना)
  • आँख में पानी रखना- (मुरौवत रखना)

अँगूठा पर मुहावरे

  • अँगूठा चूमना- (खुशामद करना)
  • अँगूठा दिखाना- (देने से इंकार करना)
  • अँगूठा नचाना- (चिढाना)

आँसू पर मुहावरे

  • आँसू पोंछना- (धीरज बँधाना)
  • आँसू बहाना- (खूब रोना)
  • आँसू पी जाना- (दुःख को छिपा लेना)

ओठ पर मुहावरे

  • ओठ चाटना- (स्वाद की इच्छा रखना)
  • ओठ मलना- (दण्ड देना)
  • ओठ चबाना- (क्रोध करना)
  • ओठ सूखना- (प्यास लगना)

ऊँगली पर मुहावरे

  • ऊँगली उठना- (निन्दा होना)
  • ऊँगली पकड़ते पहुँचा पकड़ना- (थोड़ा-सा सहारा पाकर अधिक के लिए उत्साहित होना)
  • कानों में ऊँगली देना- (किसी बात को सुनने की चेष्टा न करना)
  • पाँचों उँगलियाँ घी में होना- (सब प्रकार से लाभ-ही-लाभ)
  • सीधी ऊँगली से घी न निकलना- (भलमनसाहत से काम न होना)

कान पर मुहावरे

  • कान खोलना (सावधान करना)- मैंने उसके कान खोल दिये। अब वह किसी के चक्कर में नहीं आयेगा।
  • कान खड़े होना (होशियार होना)- दुश्मनों के रंग-ढंग देखकर मेरे कान खड़े हो गये।
  • कान फूंकना (दीक्षा देना, बहकाना)- मोहन के कान सोहन ने फूंके थे, फिर उसने किसी की कुछ न सुनी।
  • कान लगाना (ध्यान देना)- उसकी बातें कान लगाने योग्य हैं।
  • कान भरना (पीठ-पीछे शिकायत करना)- तुम बराबर मेरे खिलाफ अफसर के कान भरते हो।
  • कान में तेल डालना (कुछ न सुनना)- मैं कहते-कहते थक गया, पर ये कान में तेल डाले बैठे हैं।
  • कान पर जूँ न रेंगना (ध्यान न देना, अनसुनी करना)- सरकार तो बड़ी-बड़ी बातें कहती है, मगर अफसरों के कान पर जूँ नहीं रेंगती।
  • कान देना (ध्यान देना)- शिक्षकों की बातों पर कान दीजिए।
  • कान उमेठना- (शपथ लेना)
  • कान पकड़ना- (प्रतिज्ञा करना)
  • कानों कान खबर होना- (बात फैलना)
  • कान काटना- (बढ़कर काम करना)

कलेजा पर मुहावरे

  • कलेजे से लगाना- (प्यार करना, छाती से चिपका लेना)
  • कलेजा काँपना- (डरना)
  • कलेजा थामकर रह जाना- (अफसोस कर रह जाना)
  • कलेजा निकाल कर रख देना- (अतिप्रिय वस्तु अर्पित कर देना)
  • कलेजा ठंढा होना- (संतोष होना)

नाक पर मुहावरे

  • नाक कट जाना (प्रतिष्ठा नष्ट होना)- पुत्र के कुकर्म से पिता की नाक कट गयी।
  • नाक काटना (बदनाम करना)- भरी सभा में उसने मेरी नाक काट ली।
  • नाक-भौं चढ़ाना (क्रोध अथवा घृणा करना)- तुम ज्यादा नाक-भौं चढ़ाओगे, तो ठीक न होगा।
  • नाक में दम करना (परेशान करना)- शहर में कुछ गुण्डों ने लोगों की नाक में दम कर रखा है।
  • नाक का बाल होना (अधिक प्यारा होना)- मैनेजर मुंशी की न सुनेगा तो किसकी सुनेगा ?वह तो आजकल उसकी नाक का बाल बना हुआ है।
  • नाक रगड़ना (दीनतापूर्वक प्रार्थना करना)- उसने मालिक के सामने बहुत नाक रगड़ी, पर सुनवाई न हुई।
  • नाकों चने चबवाना (तंग करना)- भारतीयों ने अंगरेजों को नाकों चने चबवा दिये।
  • नाक पर मक्खी न बैठने देना (निर्दोष बचे रहना)- उसने कभी नाक पर मक्खी बैठने ही न दी।
  • नाक पर गुस्सा (तुरन्त क्रोध)- गुस्सा तो उसकी नाक पर रहता है।
  • नाक रखना- (प्रतिष्ठा रखना)

मुँह पर मुहावरे

  • मुँह छिपाना (लज्जित होना)- वह मुझसे मुँह छिपाये बैठा है।
  • मुँह पकड़ना (बोलने से रोकना)- लोकतन्त्र में कोई किसी का मुँह नहीं पकड़ सकता।
  • मुँह की खाना (बुरी तरह हारना)- अन्त में उसे मुँह की खानी पड़ी।
  • मुँह दिखाना (प्रत्यक्ष होना)- तुमने ऐसा कुकर्म किया है कि अब किसी के सामने मुँह दिखाने के लायक न रहे।
  • मुँह उतरना (उदास होना)- परीक्षा में असफल होने पर श्याम का मुँह उतर आया।
  • मुँह खुलना- (उदण्डतापूर्वक बातें करना, बोलने का साहस होना)
  • मुँह देना, या डालना- (किसी पशु का मुँह डालना)
  • मुँह बन्द होना- (चुप होना)
  • मुँह में पानी भर आना- (ललचना)
  • मुँह से लार टपकना- (बहुत लालची होना)
  • मुँह काला होना- (कलंक या दोष लगना)
  • मुँह धो रखना- (आशा न रखना)
  • मुँह पर (या चेहरे पर) हवाई उड़ना)- (घबराना)
  • मुँहफट हो जाना- (निर्लज्ज होना)
  • मुँह फुलाना- (रूठ जाना)
  • मुँह बनाना- (असंतुष्ट होना)
  • मुँह मोड़ना- (ध्यान न देना)
  • मुँह लगाना- (सिर चढ़ाना)
  • मुँह रखना- (लिहाज रखना)
  • मुँहदेखी करना- (पक्षपात करना)
  • मुँह चुराना- (संकोच करना)
  • मुँह में लगाम न होना- (जो मुँह में आवे सो कह देना)
  • मुँह चाटना- (खुशामद करना)
  • मुँह भरना- (घूस देना)
  • मुँह लटकना- (रंज होना)
  • मुँह आना- (मुँह की बीमारी होना)
  • मुँह की खाना- (परास्त होना)
  • मुँह सूखना- (भयभीत होना)
  • मुँह ताकना- (किसी का आसरा करना)
  • मुँह में खून लगना- (बुरी चाट पड़ना, चसका लगना)
  • मुँह फेरना- (अकृपा करना)
  • मुँह मीठा करना- (प्रसन्न करना)
  • मुँह से फूल झड़ना- (मधुर बोलना)
  • मुँह में घी-शक्कर- (किसी अच्छी भविष्यवाणी का अनुमोदन करना)
  • मुँह से मुँह मिलाना- (हाँ-में-हाँ मिलाना, बही-खाता आदि में हिसाब सही न लिखकर भी जमा-खर्च या उत्तर सही लिख देना )

दाँत पर मुहावरे

  • दाँत दिखाना (खीस काढ़ना)- खुद ही देर की और अब दाँत दिखाते हो।
  • दाँत तले ऊँगली दबाना (चकित होना)- ढाके की मलमल देखकर इंगलैण्ड के जुलाहे दाँतों तले ऊँगली दबाते थे।
  • दाँत काटी रोटी (गहरी दोस्ती)- राम के पिता से श्याम के पिता की दाँत काटी रोटी है।
  • दाँत गिनना (उम्र पता लगाना)- कुछ लोग ऐसे है कि उनपर वृद्धावस्था का असर ही नहीं होता। ऐसे लोगों के दाँत गिनना आसान नहीं।
  • दाँत खट्टे करना- (पस्त करना)
  • तालू में दाँत जमना- (बुरे दिन आना)
  • दाँत जमाना- (अधिकार पाने के लिए दृढ़ता दिखाना)
  • दाँत गड़ाना- (किसी वस्तु को पाने के लिए गहरी)
  • दाँत गिनना- (उम्र बताना)

बात पर मुहावरे

  • बात का धनी (वायदे का पक्का)- मैं जानता हूँ, वह बात का धनी है।
  • बात की बात में (अति शीघ्र)- बात की बात में वह चलता बना।
  • बात चलाना (चर्चा चलाना)- कृपया मेरी बेटी के ब्याह की बात चलाइएगा ।
  • बात तक न पूछना (निरादर करना)- मैं विवाह के अवसर पर उसके यहाँ गया, पर उसने बात तक न पूछी।
  • बात बढ़ाना (बहस छिड़ जाना)- देखो, बात बढाओगे तो ठीक न होगा।
  • बात बनाना (बहाना करना)- तुम्हें बात बनाने से फुर्सत कहाँ ?

सिर पर मुहावरे

  • सिर उठाना (विरोध में खड़ा होना)- देखता हूँ, मेरे सामने कौन सिर उठाता है ?
  • सिर भारी होना (सिर में दर्द होना, शामत सवार होना)- मेरा सिर भारी हो रहा है। किसका सिर भारी हुआ है जो इसकी चर्चा करें ?
  • सिर पर सवार होना (पीछे पड़ना)- तुम कब तक मेरे सिर पर सवार रहोगे ?
  • सिर से पैर तक (आदि से अन्त तक)- तुम्हारी जिन्दगी सिर से पैर तक बुराइयों से भरी है।
  • सिर पीटना (शोक करना)- चोर उस बेचारे की पाई-पाई ले गये। सिर पीटकर रह गया वह।
  • सिर पर भूत सवार होना (एक ही रट लगाना, धुन सवार होना)- मालूम होता है कि घनश्याम के सिर पर भूत सवार हो गया है, जो वह जी-जान से इस काम में लगा है।
  • सिर फिर जाना (पागल हो जाना)- धन पाकर उसका सिर फिर गया है।
  • सिर चढ़ाना (शोख करना)- बच्चों को सिर चढ़ाना ठीक नहीं।
  • सिर आँखों पर होना- (सहर्ष स्वीकार होना)
  • सिर पर चढ़ना- (शेख होना)
  • सिर ऊँचा करना- (आदर का पात्र होना)
  • सिर खाना- (बकवास करना)
  • सिर झुकाना- (आत्मसमर्पण करना)
  • सिर पर पांव रखकर भागना- (बहुत जल्द भाग जाना)
  • सिर पड़ना- (नाम लगना)
  • सिर खुजलाना- (बहाना करना)
  • सिर धुनना- (शोक करना)
  • सिर चढ़कर बोलना- (छिपाये न छिपना)
  • सिर मारना- (प्रयत्न करना)
  • सिर पर खेलना- (प्राण दे देना)
  • सिर गंजा कर देना- (मारने का भय दिखाना)
  • सिर पर कफन बाँधना- (शहादत के लिए तैयार होना)

गर्दन पर मुहावरे

  • गर्दन उठाना (प्रतिवाद करना)- सत्तारूढ़ सरकार के विरोध में गर्दन उठाना टेढ़ी खीर है।
  • गर्दन पर सवार होना (पीछा न छोड़ना)- जब देखो, तब मेरी गर्दन पर सवार रहते हो।
  • गर्दन काटना (जान से मारना, हानि पहुँचाना)- वह तो उनकी गर्दन काट डालेगा। झूठी शिकायत कर क्यों गरीब की गर्दन काटने पर तुले हो ?
  • गर्दन पर छुरी फेरना- (अत्याचार करना)

हाथ पर मुहावरे

  • हाथ आना- (अधिकार में आना)
  • हाथ खींचना- (अलग होना)
  • हाथ खुजलाना- (किसी को पीटने को जी चाहना
  • हाथ देना- (सहायता देना)
  • हाथ पसारना- (माँगना)
  • हाथ बँटाना- (मदद करना)
  • हाथ लगाना- (आरंभ करना)
  • हाथ मलना- (पछताना)
  • हाथ गरम करना- (घूस देना)
  • हाथ चूमना- (हर्ष व्यक्त करना)
  • हाथ धोकर पीछे पड़ना- (जी-जान से लग जाना)
  • हाथ पर हाथ धरे बैठना- (बेकार बैठे रहना)
  • हाथ फैलना- (याचना करना)
  • हाथ मारना- (उड़ा लेना, लाभ उठाना)
  • हाथ साफ करना- (मारना, उड़ा लेना, खूब खाना)
  • हाथ धो बैठना- (आशा खो देना)
  • हाथापाई करना- (मुठभेड़ होना)
  • हाथ पकड़ना- किसी स्त्री को पत्नी बनाना, आश्रय देना)

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