छत्तीसगढ़ राज्य में गढ़ का विशेष महत्व है, वस्तुतः छत्तीसगढ़ नामकरण का मुख्य आधार छत्तीसगढ़ में स्थित छत्तीस (36) गढ़ के होने को माना जाता है| यह 36 गढ़, कलचुरी वंशी राजपूत साम्राज्य के समय में स्थित गढ़ थे | जिनमें 18 गढ़ रतनपुर शाखा के अंतर्गत एवं 18 गढ़ रायपुर शाखा के अंतर्गत आते हैं | जिनको शिवनाथ नदी, उत्तर में रतनपुर शाखा एवं दक्षिण में रायपुर शाखा में विभाजित करती है | इन गढ़ो की जानकारी ब्रम्हदेव के खल्लारी शिलालेख में उपलब्ध है | इसके अलावा रायपुर गजेटियर 1973 में छत्तीसगढ़ के गढ़ो / किलों की स्थिति बताई गई है जो इस प्रकार हैं
क्रमांक
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रतनपुर शाखा के गढ़
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रायपुर शाखा के गढ़
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1
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रतनपुर
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रायपुर
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2
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उपरोड़ा
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पाटन
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3
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मारो
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सिंगारपुर
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4
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विजयपुर
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अमीर
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5
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खरौद
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सिगमा
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6
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कोटगढ़
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दुर्ग
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7
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नवागढ़
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लवन
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8
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सोढ़ी
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सारधा
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9
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ओखर
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खल्लारी
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10
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मदनपुर
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फिंगेश्वर
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11
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पडरभट्ठा
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सिरपुर
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12
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करकट्टी
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राजिम
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13
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पेण्ड्रा
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सिरसा
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14
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सेमरिया
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सुवरमाल
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15
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केंदा
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टेंगनागड़
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16
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लाफा
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सिंगारगढ़
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17
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मातीन
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मोहदी
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18
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कोसगई
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अकलवाड़ा
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