अगहन और पूस में
पड़ने वाली ऋतु- (हेमन्त)
अचानक हो जाने
वाला- (आकस्मिक)
अच्छा-बुरा समझने
की शक्ति का अभाव- (अविवेक)
अच्छे चरित्र
वाला- (सच्चरित्र)
अण्डे से जन्म
लेने वाला- (अण्डज)
अत्यंत सुन्दर
स्त्री- (रूपसी)
अत्यधिक वृष्टि-
(अतिवृष्टि)
अधिक दिनों तक
जीने वाला- (चिरंजीवी)
अधिकार या कब्जे
में आया हुआ- (अधिकृत)
अध्ययन (पढ़ना) का
काम करनेवाला- (अध्येता)
अध्यापन (पढ़ाने)
का काम करनेवाला- (अध्यापक)
अनुकरण करने
योग्य- (अनुकरणीय)
अनुचित बात के
लिए आग्रह- (दुराग्रह)
अनुचित बात के
लिये आग्रह- (दुराग्रह)
अनुचित या बुरा
आचरण करने वाला- (दुराचारी)
अन्न को पचाने
वाली जठर (पेट) की अग्नि- (जठराग्नि)
अन्य से सम्बन्ध
न रखने वाला- (अनन्य)
अपना हित चाहने
वाला- (स्वार्थी)
अपनी इच्छा के
अनुसार काम करनेवाला- (इच्छाचारी)
अपनी इच्छा से
दूसरों की सेवा करने वाला- (स्वयंसेवक)
अपनी झक (धुन)
में मस्त रहने वाला- (झक्की)
अपनी विवाहित
पत्नी से उत्पत्र (पुत्र)- (औरस (पुत्र)
अपनी हत्या स्वयं
करना- (आत्महत्या)
अपने कर्तव्य का
निर्णय न कर सकने वाला- (किंकर्तव्यविमूढ़)
अपने को पंडित
माननेवाला- (पंडितम्मन्य)
अपने देश के साथ
विश्वासघात करने वाला- (देशद्रोही)
अपने देश से
दुसरे देश में समान जाना- (निर्यात)
अपने देश से प्यार
करने वाला- (देशभक्त)
अपने पति के
प्रति अनन्य अनुराग रखने वाली- (पतिव्रता)
अपने पद से हटाया
हुआ- (पदच्युत)
अपने परिवार के
साथ- (सपरिवार)
अपने परिवार के
साथ है जो- (सपरिवार)
अपने प्राण आप
लेने वाला- (आत्मघाती)
अपने बल पर
निर्भर रहने वाला- (स्वावलम्बी)
अपने हिस्से या
अंश के रूप में कुछ देना- (अंशदान)
अपने ही बल पर
निर्भर रहने वाला- (स्वावलम्बी)
अपराध और उन पर
दण्ड देने के नियम निर्धारित करने वाला प्रश्न - (दण्डसंहिता)
अभिनय करने वाला
पुरुष- (अभिनेता)
अभिनय करने वाली
स्त्री- (अभिनेत्री)
अभी-अभी जन्म
लेने वाला- (नवजात)
अर्थ या धन से
सम्बन्ध रखने वाला- (आर्थिक)
अल्प (कम) वेतन
भोगनेवाला (पानेवाला)- (अल्पवेतनभोगी)
अवश्य होनेवाला-
(अवश्यम्भावी)
अवसर के अनुसार
बदल जाने वाला- (अवसरवादी)
अविवाहित लड़की-
(कुमारी)
आँख की बीमारी-
(दृष्टिदोष)
आँखों के समक्ष-
(प्रत्यक्ष)
आँखों के सामने-
(प्रत्यक्ष)
आँखों से परे-
(परोक्ष)
आँवला, हर्र व बहेड़ा- (त्रिफला)
आकाश को चूमने
वाला- (गगनचुंबी)
आकाश को
चूमनेवाला- (आकाशचुंबी)
आकाश में उड़ने
वाला- (नभचर)
आकाश या गगन
चुमनेवाला- (आकाशचुम्बी, गगनचुम्बी)
आग से झुलसा हुआ-
(अनलदग्ध)
आगे का विचार
करने वाला- (अग्रसोची)
आगे होनेवाला-
(भावी)
आज्ञा का पालन
करने वाला- (आज्ञाकारी)
आटा पीसने वाली
स्त्री-(पिसनहारी)
आड़ या परदे के
लिये रथ या पालकी को ढकनेवाला कपड़ा- (ओहार)
आढ़त का व्यापर
करने वाला- (आढ़तिया)
आत्मा व परमात्मा
का द्वैत (अलग-अलग होना) न माननेवाला- (अद्वैतवादी)
आदि से अन्त तक-
(आद्योपान्त)
आधे से अधिक
लोगों की सम्मिलित एक राय- (बहुमत)
आय से अधिक
व्यर्थ खर्च करने वाला- (फिजूलखर्ची)
आय-व्यय, लेन-देन का लेखा करने वाला- (लेखाकार)
आया हुआ- (आगत)
आयोजन करने वाला
व्यक्ति- (आयोजक)
आलोचना करने
वाला- (आलोचक)
आलोचना करनेवाला-
(आलोचक)
आलोचना के योग्य-
(आलोच्य)
आवश्यकता से अधिक
वर्षा- (अतिवृष्टि)
आशा से अतीत
(अधिक)- (आशातीत)
आशा से अतीत
(परे)- (आशातीत)
आशा से अधिक-
(आशातीत)
आशुलिपि (शार्ट
हैण्ड) जाननेवाला लिपिक- (आशुलिपिक)
इंद्रियों पर
किया जानेवाला वश- (इंद्रियाविग्रह)
इंद्रियों से
संबंधित- (ऐंद्रिक)
इतिहास का
ज्ञाता- (अतिहासज्ञ)
इतिहास को जानने
वाला- (इतिहासज्ञ)
इतिहास से
संबंधित- (ऐतिहासिक)
इतिहास से
सम्बन्ध रखने वाला- (ऐतिहासिक)
इन्द्रजाल करने
वाला- (ऐन्द्रजालिक)
इन्द्रियों की
पहुँच से बाहर- (अतीन्द्रिय)
इन्द्रियों को
जीतनेवाला- (जितेन्द्रिय)
इन्द्रियों को वश
में करने वाला- (इन्द्रियजित)
इस लोक से संबंध
रखनेवाला- (ऐहलौकिक)
इस लोक से
सम्बन्धित- (ऐहिक)
ईश्वर पर विश्वास
न रखने वाला- (नास्तिक)
ईश्वर में आस्था
रखने वाला- (आस्तिक)
ईश्वर में
विश्वास रखने वाला- (आस्तिक)
उच्च न्यायालय का
न्यायाधीश- (न्यायमूर्ति)
उपकार के प्रति
किया गया उपकार- (प्रत्युपकार)
उपचार या ऊपरी
दिखावे के रूप में होने वाला- (औपचारिक)
उसी समय का-
(तत्कालीन)
ऊपर आने वाला
श्वास- (उच्छवास)
ऊपर कहा हुआ-
(उपर्युक्त)
ऊपर की ओर
जानेवाला-(ऊध्र्वगामी)
ऊपर की ओर बढ़ती
हुई साँस- (उध्र्वश्वास)
ऊपर लिखा गया-
(उपरिलिखित)
ऋण के रूप में
आर्थिक सहायता-(तकावी)
ऋषियों के रहने
का स्थान- (आश्रम)
एक देश से माल
दूसरे देश में जाने की क्रिया- (निर्यात)
एक भाषा की लिखी
हुई बात को दूसरी भाषा में लिखना या कहना- (अनुवाद)
एक महीने में
होने वाला- (मासिक)
एक राजनीतिक दल
को छोड़कर दूसरे दल में शामिल होने वाला- (दलबदलू)
एक व्यक्ति
द्वारा चलायी जाने वाली शासन प्रणाली- (तानाशाही)
एक सप्ताह में
होने वाला- (साप्ताहिक)
एक स्थान से
दूसरे स्थान को हटाया हुआ- (स्थानान्तरित)
एक ही जाति का-
(सजातीय)
एक ही समय में
उत्पन्न होने वाला- (समकालीन)
एक ही समय में
वर्तमान- (समसामयिक)
ऐतिहासिक युग के
पूर्व का- (प्रागैतिहासिक)
ऐसा ग्रहण जिसमें
सूर्य या चन्द्र का पूरा बिम्ब ढँक जाय- (खग्रास)
ऐसा जो अंदर से
खाली हो- (खोखला)
ऐसा तर्क जो
देखने पर ठीक प्रतीत होता हो, किन्तु वैसा न
हो- (तर्काभास)
ऐसा व्रत,
जो मरने पर ही समाप्त हो-(आमरणव्रत)
कठिनता से
प्राप्त होने वाला- (दुर्लभ)
कठिनाई से समझने
योग्य- (दुर्बोध)
कपड़ा साइन का
व्यवसाय करने वाला- (दर्जी)
कम खर्च करने
वाला- (मितव्ययी)
कम जानने वाला-
(अल्पज्ञ)
कम बोलनेवाला-
(मितभाषी)
कर या शुल्क का
वह अंश जो किसी कारणवश अधिक से अधिक लिया जाता है- (अधिभार)
करने योग्य-
(करणीय, कर्तव्य)
करुण स्वर में
चिल्लाना- (चीत्कार)
कर्मचारियों आदि
को छाँटकर निकालने की क्रिया- (छँटनी)
कल्पना से परे
हो- (कल्पनातीत)
कष्टों या काँटों
से भरा हुआ- (कंटकाकीर्ण)
कही हुई बात को
बार-बार कहना- (पिष्टपेषण)
काँटेदार झाड़ियों
का समूह- (झाड़झंखाड़)
कारागार से संबंध
रखने वाला- (कारागारिक)
कार्य करने वाला
व्यक्ति- (कार्यकर्ता)
कार्य करनेवाला-
(कार्यकर्त्ता)
किन्हीं घटनाओं
का कालक्रम से किया गया वृत- (इतिवृत)
किन्हीं निश्चित
कार्यों के लिए बनायी गयी समिति- (कार्यसमिति)
किराए पर
चलनेवाली मोटर गाड़ी- (टैक्सी)
किसी अवधि से
संबंध रखने वाला- (आवधिक)
किसी आरोप के
उत्तर में किया जाने वाला आरोप- (प्रत्यारोप)
किसी एक पक्ष से
संबंधित- (एकपक्षीय)
किसी कथा के
अंतर्गत आने वाली दूसरी कथा- (अन्तःकथा)
किसी काम में
दूसरे से बढ़ने की इच्छा या उद्योग- (स्पर्द्धा)
किसी काम में
दूसरों से बढ़ने की इच्छा- (स्पर्द्धा)
किसी काम या
व्यक्ति में छिद्र या दोष निकालने का कार्य- (छिद्रान्वेषण)
किसी कार्य के
लिए दी जाने वाली सहायता- (अनुदान)
किसी कार्य को
बार-बार करना- (अभ्यास)
किसी कार्यालय या
विभाग का वह अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों की निगरानी रखे-
(अधीक्षक)
किसी की कृपा से
पूरी तरह संतुष्ट- (कृतार्थ)
किसी की हँसी
उड़ाना- (उपहास)
किसी के
इर्द-गिर्द घेरा डालने की क्रिया- (घेराबन्दी)
किसी के उपकार को
न मानने वाला- (कृतघ्न)
किसी के घर की
होनेवाली तलाशी- (खानातलाशी)
किसी के पास रखी
हुई दूसरे की वस्तु- (थाती/धरोहर/अमानत)
किसी के बाद उसकी
संपत्ति प्राप्त करने वाला- (उत्तराधिकारी)
किसी के सम्पूर्ण
जीवन के कार्यों का विवरण- (जीवनचरित)
किसी के साथ
सम्बन्ध न रखने वाला- (निःसंग)
किसी को सावधान
करने के लिए कही जाने वाली बात- (चेतावनी)
किसी ग्रंथ या
रचना की टीका करनेवाला- (टीकाकार)
किसी चीज या बात
की इच्छा रखनेवाला- (इच्छुक)
किसी टूटी-फूटी
वस्तु का पुनर्निर्माण- (पुनर्निर्माण)
किसी देवता पर
चढ़ाने के लिए मारा जाने वाला पशु- (बलि)
किसी देश के वे
निवासी जो पहले से वहाँ रहते रहे हैं- (आदिवासी)
किसी नई चीज का
बनाना- (ईजाद, अविष्कार)
किसी पक्ष का
समर्थन करने वाला- (अधिवक्ता)
किसी पद अथवा
सेवा से मुक्ति का पत्र- (त्यागपत्र)
किसी पद का
उम्मीदवार- (प्रत्याशी)
किसी पद पर जो
पहले रहा हो- (भूतपूर्व)
किसी पात्र आदि
के अन्दर का स्थान, जिसमें कोई चीज आ
सके-(आयतन)
किसी प्राणी को न
मारना- (अहिंसा)
किसी बात का गूढ़
रहस्य जानने वाला- (मर्मज्ञ)
किसी बात को
बढ़ा-चढ़ाकर कहना- (अतिशयोक्ति)
किसी बात पर
बार-बार जोर देना- (आग्रह)
किसी भी पक्ष का
समर्थन न करने वाला- (तटस्थ)
किसी भी बात को
जानने की इच्छा- (जिज्ञासा)
किसी मत को मानने
वाला- (मतानुयायी)
किसी मत या
प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया- (अनुमोदन)
किसी वस्तु का
चौथा भाग- (चतुर्थाश)
किसी वस्तु का
भीतरी भाग- (अभ्यन्तर)
किसी वस्तु को
प्राप्त करने की तीव्र इच्छा- (अभीप्सा)
किसी
विचार/निर्णय को कार्यरूप देना- (कार्यान्वयन)
किसी विषय को
विशेष रूप से जाननेवाला- (विशेषज्ञ)
किसी विषय को
विशेषरूप से जाननेवाला- (विशेषज्ञ)
किसी व्यक्ति या
सिद्धान्त का समर्थन करने वाला- (अनुयायी)
किसी सभा,
संस्था का प्रधान- (अध्यक्ष)
कीर्तिमान पुरुष-
(यशस्वी
कुंती का पुत्र-
(कौंतेय)
कुछ खास शर्तों
द्वारा कोई कार्य कराने का समझौता- (संविदा)
कुछ जानने या
ज्ञान प्राप्त करने की चाह- (जिज्ञासा)
कुछ दिनों तक बने
रहने वाला- (टिकाऊ)
कुछ निश्चित
लम्बाई का कपड़ा- (थान)
कोई काम या पद
छोड़ देने के लिये लिखा गया पत्र- (त्यागपत्र)
क्रम के अनुसार-
(क्रमानुसार)
क्रम के अनुसार-
(यथाक्रम)
क्षण भर में नष्ट
होने वाला- (क्षणभंगुर)
क्षण भर में भंग
(नष्ट) होनेवाला- (क्षणभंगुर)
क्षमा पाने
योग्य- (क्षम्य)
क्षुधा से आतुर-
(क्षुधातुर)
खाने की इच्छा-
(बुभुक्षा)
खाने योग्य
पदार्थ- (खाद्य)
खाने से बचा हुआ
जूठा भोजन- (उच्छिष्ट)
खून से रँगा हुआ-
(रक्तरंजित)
खेलना का मैदान-
(क्रीड़ास्थल)
गंगा का पुत्र-
(गांगेय)
गगन (आकाश) चूमने
वाला- (गगनचुम्बी)
गणित शास्त्र के
जानकार- (गणितज्ञ)
गिरा हुआ- (पतित)
गुण-दोषों का
विवेचन करने वाला- (आलोचक)
गुरु के समीप
रहनेवाला विद्यार्थी- (अन्तेवासी)
गृह (घर) बसा कर
रहने वाला- (गृहस्थ)
गृह (घर) बसाकर
स्थित (रहनेवाला)- (गृहस्थ)
गोद लिया हुआ
पुत्र- (दत्तक (पुत्र) )
गोपों को घेरा
बाँधकर नाचने की क्रिया- (रास)
ग्राम का
रहनेवाला- (ग्रामीण)
घास छीलने वाला-
(घसियारा)
घुलने योग्य
पदार्थ- (घुलनशील)
घूम-फिरकर सौदा
बेचने वाला- (फेरीवाला)
घूस लेने
वाला/रिश्वत लेने वाला- (घूसखोर/रिश्वतखोर)
घृणा करने योग्य-
(घृणास्पद)
चार मुखों वाला -
(चतुरानन)
चार राहों वाला-
(चौराहा)
चार वेदों को
जानने वाला- (चतुर्वेदी)
चारों ओर की
सीमा- (चौहदी)
चारों ओर जल से
घिरा हुआ भू-भाग- (टापू)
चिंता में डूबा
हुआ- (चिंतित)
चुनाव में अपना
मत देने की क्रिया- (मतदान)
चूहे फँसाने का
पिंजड़ा- (चूहेदानी)
चेतन स्वरूप की
माया- (चिद्विलास)
चोरी छिपे चुंगी
शुल्क आदि दिये बिना माल लाकर बेचनेवाला- (तस्कर)
चौथे दिन आने
वाला ज्वर- (चौथिया)
चौपायों के
बाँधने का स्थान- (थान)
छः महीने के समय
से सम्बन्धित- (छमाही)
छः मुँहों वाला-
(षण्मुख/षडानन)
छत में टाँगने का
शीशे का कमल या गिलास, जिसमें
मोमबत्तियाँ जलती हों- (फानूस)
छह कोने वाली
आकृति- (षट्कोण)
छह-छह महीने पर
होने वाला- (षाण्मासिक)
छात्रों के रहने
का स्थान- (छात्रावास)
छिपे वेश में
रहना- (छद्मवेश)
छूत से फैलने
वाला रोग- (संक्रामक)
छोटे कद का आदमी-
(बौना)
जनता द्वारा
चलाया जाने वाला राज- (जनतंत्र)
जनता द्वारा
संचालित शासन- (जनतन्त्र)
जनता में प्रचलित
सुनी-सुनाई बात- (किंवदंती)
जन्म भर- (आजन्म)
जन्म से सौ वर्ष
का समय- (जन्मशती)
जमी हुई गाढ़ी चीज
की मोटी तह- (थक्का)
जल में
जनमनेवाला- (जलज)
जल में जन्म लेने
वाला- (जलज)
जल में रहने वाले
जीव-जन्तु- (जलचर)
जल में लगने वाली
आग- (बड़वाग्नि)
जहाँ औषधि
दानस्वरूप मिलती है- (दातव्य, औषधालय)
जहाँ खाना मुफ्त
मिलता है- (सदाव्रत)
जहाँ गमन (जाया)
न किया जा सके- (अगम्य)
जहाँ जाना संभव न
हो- (अगम)
जहाँ तक सध सके-
(यथासाध्य)
जहाँ तक हो सके-
(यथासंभव)
जहाँ नदियों का
मिलन हो- (संगम)
जहाँ पहुँचना
कठिन हो- (दुर्गम)
जहाँ पहुँचा न जा
सके- (अगम्य)
जहाँ लोगों का
मिलन हो- (सम्मेलन)
जान से मारने की
इच्छा- (जिघांसा)
जानने की इच्छा
रखने वाला- (जिज्ञासु)
जानने की इच्छा-(जिज्ञासा)
जारी किया गया
आधिकारिक आदेश- (अध्यादेश)
जिनकी ग्रीवा
(गर्दन) सुन्दर हो- (सुग्रीव)
जिस कागज पर
मानचित्र, विवरण या कोष्ठक अंकित
हो- (फलक)
जिस पर अनुग्रह
किया गया हो- (अनुग्रहीत)
जिस पर अभियोग
लगाया गया हो- (अभियुक्त)
जिस पर आक्रमण न
किया गया हो- (अनाक्रांत)
जिस पर उपकार
किया गया हो- (उपकृत)
जिस पर किसी अन्य
को कुछ अधिकार न हो- (एकाधिकार)
जिस पर किसी काम
का उत्तरदायित्व हो- (उत्तरदायी)
जिस पर किसी
प्रकार का अंकुश (नियंत्रण) न हो- (निरंकुश)
जिस पर कोई
नियंत्रण न हो- (अनियंत्रित)
जिस पर चिह्न
लगाया गया हो- (चिह्नित)
जिस पर दिनांक
(तारीख का अंक) लगाया गया हो- (दिनांकित)
जिस पर निर्णय न
हुआ हो- (अनिर्णीत)
जिस पर मुकदमा चल
रहा हो-(अभियुक्त)
जिस पर
लम्बी-लम्बी धारियाँ हों- (धारीदार)
जिस पर विचार न
किया गया हो- (अविचारित)
जिस पर विश्वास
किया गया है- (विश्वस्त)
जिस पर विश्वास न
किया जा सके- (अविश्वनीय)
जिस पर विश्वास न
किया जा सके- (विश्वासघाती)
जिस पुरुष की
स्त्री मर गयी है- (विधुर)
जिस भूमि पर कुछ
न उग सके- (ऊसर)
जिस भूमि में कुछ
पैदा न होता हो- (ऊसर)
जिस लड़की का
विवाह न हुआ हो- (कुमारी)
जिस समय बड़ी
मुश्किल से भिक्षा मिलती है- (दुर्भिक्ष)
जिस स्त्री का धव
(पति) मर गया है- (विधवा)
जिस स्त्री का
पति जीवित हो- (सधवा)
जिस स्त्री के
कभी संतान न हुई हो- (वंध्या (बाँझ))
जिस स्त्री को
कोई सन्तान न हो- (वन्ध्या, बाँझ)
जिस स्थान पर
अभिनेता अपना वेश-विन्यास करते हैं- (नेपथ्य)
जिस स्थान पर
बैठकर माल खरीदा और बेचा जाता हो- (फड़)
जिस हँसी से
अट्टालिका तक हिल जाय- (अट्टहास)
जिसका अंत न हो-
(अनन्त)
जिसका अनुभव किया
गया हो- (अनुभूत)
जिसका आकार न हो-
(निराकार)
जिसका आचरण अच्छा
न हो- (दुराचारी)
जिसका आचार अच्छा
हो- (सदाचारी)
जिसका आदर न किया
गया हो- (अनादृत)
जिसका इलाज न हो
सके- (असाध्य)
जिसका उच्चारण
ओष्ठ (ओंठ) से हो- (ओष्ठ्य)
जिसका उच्चारण न
किया जा सके- (अनुच्चरित)
जिसका उदर लंबा
हो- (लंबोदर)
जिसका उदर लम्बा
(बड़ा) हो- (लम्बोदर)
जिसका उल्लेखित
किया गया हो- (उल्लिखित)
जिसका कारण
पृथ्वी है या जो पृथ्वी से सम्बद्ध है- (पार्थिव)
जिसका कोई अंग
बेकार हो- (विकलांग)
जिसका कोई अर्थ न
हो- (निरर्थक)
जिसका कोई आकार न
हो- (निराकार)
जिसका कोई आकार
हो- (साकार)
जिसका कोई आधार न
हो- (निराधार)
जिसका कोई आश्रय
न हो- (निराश्रय)
जिसका कोई दूसरा
उपाय न हो- (अनन्योपाय)
जिसका कोई नाथ न
हो- (अनाथ)
जिसका कोई
निश्चित घर न हो- (अनिकेत)
जिसका कोई भय न
हो- (निर्भय)
जिसका कोई मूल्य
न हो- (अमूल्य)
जिसका कोई शत्रु
ही न जन्मा हो- (अजातशत्रु)
जिसका कोई शुल्क
न लिया जाय- (निःशुल्क)
जिसका कोई हिस्सा
टूटकर अलग हो गया हो- (खंडित)
जिसका खण्डन न हो
सके- (अकाट्य)
जिसका चिंतन किया
जाना चाहिए- (चिंतनीय)
जिसका चित्त एक
जगह स्थिर हो- (एकाग्रचित)
जिसका जन्म अनु
(पीछे) हुआ हो- (अनुज)
जिसका जन्म उच्च
कुल में हुआ हो- (अभिजात)
जिसका जन्म छोटी
(अन्त्य) जाति में हुआ हो- (अन्त्यज)
जिसका जन्म न हो
- (अजन्मा)
जिसका जन्म पहले
हुआ हो- (अग्रज)
जिसका ज्ञान
इन्द्रियों से परे हो- (अगोचर)
जिसका तेज निकल
गया है- (निस्तेज)
जिसका दमन कठिन
हो- (दुर्दम्य/दुर्दात)
जिसका निवारण न
किया जा सके- (अनिवार्य)
जिसका निवारण
नहीं किया जा सके- (अनिवार्य)
जिसका पति जीवित
हो- (सधवा)
जिसका पति मर गया
हो- (विधवा)
जिसका पार न पाया
जाए-(अपार)
जिसका मन उदार
हो- (उदारमना)
जिसका मन किसी
दूसरी ओर हो- (अन्यमनस्यक/अनमना)
जिसका मन महान
हो- (महामना
जिसका मूल नहीं
है- (निर्मूल)
जिसका मूल्य न
आँका जा सके- (अमूल्य)
जिसका वचन द्वारा
वर्णन न किया जा सके- (अनिवर्चनीय)
जिसका वर्णन न
किया जा सके- (वर्णनातीत)
जिसका विभाजन न
किया जा सके- (अविभाजित)
जिसका विश्वास न
किया जा सके- (अविश्वसनीय)
जिसका सँबन्ध
किसी एक देश से हो- (एकदेशीय)
जिसका संबंध
उपनिवेश या उपनिवेशों से हो- (औपनिवेशिक)
जिसका संबंध
उपन्यास से हो- (औपन्यासिक)
जिसका संबंध
पश्चिम से हो- (पाश्चात्य)
जिसका हाथ बहुत
तेज चलता हो- (क्षिप्रहस्त)
जिसका हृदय उदार
हो- (उदारहृदय)
जिसका हृदय भग्न
हो- (भग्नहृदय)
जिसकी अपेक्षा
(उम्मीद) हो- (अपेक्षित)
जिसकी आत्मा महान
हो- (महात्मा)
जिसकी आयु बड़ी
लम्बी हो- (दीर्घायु)
जिसकी आशा न की
गई हो- (अप्रत्याशित)
जिसकी आशा न की
जाय- (अप्रत्याशित)
जिसकी उपमा न दी
जा सके- (निरुपम)
जिसकी कल्पना की
जा सके- अकल्पनीय
जिसकी कल्पनान की
जा सके- (अकल्पनीय)
जिसकी कोई उपमा न
हो- (अनुपम)
जिसकी कोई उपमा न
हो- (अनुपम)
जिसकी गहराई की
थाह न लग सके- (अथाह)
जिसकी ग्रीवा
सुन्दर हो- (सुग्रीव)
जिसकी घोषणा की
गयी हो- (घोषित)
जिसकी चार भुजाएँ
हों- (चतुर्भुज)
जिसकी चिकित्सा
की जा सके- (चिकित्स्य)
जिसकी चिन्ता
नहीं हो सकती- (अचिन्तनीय)
जिसकी चिन्ता
नहीं हो सकती- (अचिन्त्य)
जिसकी जीविका
बुद्धि के बल पर चलती हो- (बुद्धिजीवी)
जिसकी तीन भुजाएँ
हो- (त्रिभुज)
जिसकी थाह न हो-
(अथाह)
जिसकी धर्म में
निष्ठा हो- (धर्मनिष्ठ)
जिसकी पत्नी मर
गई हो- (विधुर)
जिसकी पत्नी साथ
में न हो- (विपत्नीक)
जिसकी परिभाषा
देना संभव न हो- (अपरिभाषित)
जिसकी बहुत अधिक
चर्चा हो- (बहुचर्चित)
जिसकी बाँहें
अधिक लंबी हो- (प्रलंबबाहु)
जिसकी बाँहें
जानु (घुटने) तक पहुँचती हो- (आजानुबाहु)
जिसकी बाहुएँ
दीर्घ है- (दीर्घबाहु)
जिसकी बुद्धि कुश
के अग्र (नोक) की तरह तेज हो- (कुशाग्रबुद्धि)
जिसकी भुजाएँ बड़ी
हो- (महाबाहु)
जिसकी सब जगह
बदनामी- (कुख्यात)
जिसकी सीमा न हो-
(असीम)
जिसकी सूचना
राजपत्र में दी गयी हो- (राजपत्रित)
जिसके आने की
तिथि (मालूम) न हो- (अतिथि)
जिसके आने की
तिथि न हो- (अतिथि)
जिसके कुल का पता
ज्ञात न हो- (अज्ञातकुल)
जिसके कोई संतान
न हो- (निसंतान)
जिसके कोई संतान
न हो- (निस्संतान)
जिसके चार पद है-
(चतुष्पद)
जिसके चूड़ा पर
चन्द्र रहे- (चन्द्रचूड़)
जिसके दो पद
(पैर) हैं- (द्विपद)
जिसके नख सूप के
समान हो- (शूर्पणखा)
जिसके नीचे रेखा
हो- (रेखांकित)
जिसके पाणि (हाथ)
में चक्र है- (चक्रपाणि (विष्णु))
जिसके पाणि में
वज्र है- ( वज्रपाणि (इन्द्र) )
जिसके पाणि में
वीणा है- ( वीणापाणि (सरस्वती) )
जिसके पार देखा
जा सके- (पारदर्शक)
जिसके पार देखा न
जा सके- (आपारदर्शक)
जिसके पास करोड़ों
रूपये हों- (करोड़पति)
जिसके पास कुछ भी
न हो- (अकिंचन)
जिसके पास कोई
रोजगार न हो- (बेरोजगार)
जिसके पास लाख
रूपये की सम्पत्ति हो- (लखपति)
जिसके पास शक्ति
न हो- (निर्बल)
जिसके बारे में
मतभेद न हो- (निर्विवाद)
जिसके बिना कार्य
न चल सके- (अपरिहार्य)
जिसके भीतर का
तापमान समान स्थिति में रहे- (वातानुकूलित)
जिसके भीतर की
हवा का तापमान सम स्थिति में रखा गया हो- (वातानुकूलित)
जिसके मन में कोई
कपट न हो- (निष्कपट)
जिसके
लम्बे-लम्बे बिखरे बाल हों- (झबरा)
जिसके लोचन
(आँखें) सुंदर हों- (सुलोचन)
जिसके विषय में
उल्लेख करना आवश्यक हो- (उल्लेखनीय)
जिसके विषय में
विवाद हो- (विवादास्पद)
जिसके शेखर पर
चन्द्र हो- ( चन्द्रशेखर (शिव) )
जिसके समान कोई
दूसरा न हो- (अद्वितीय)
जिसके समान दूसरा
न हो- (अद्वितीय)
जिसके हाथ में
चक्र हो- (चक्रपाणि)
जिसके हाथ में
शूल हो- (शूलपाणि) (शिव)
जिसके हृदय में
दया न हो- (निर्दय)
जिसके हृदय में
दया नहीं है- (निर्दय)
जिसके हृदय में
पाप न हो- (निष्पाप)
जिसके हृदय में
ममता न हो- (निर्मम)
जिसके हृदय में
ममता नहीं है- (निर्मम)
जिसके ह्रदय में
दया हो- (दयावान)
जिसको टाला न जा
सके- (अनिवार्य, अटल)
जिसको प्राप्त
करना बहुत कठिन हो- (दुर्लभ)
जिसको रोकना या
निवारण करना कठिन हो- (दुर्निवार)
जिसको लाँघना
कठिन हो- (दुर्लंघ्य)
जिसने इंद्रियों
को जीत लिया हो- (जितेंद्रिय)
जिसने ऋण चुका
दिया हो- (उऋण) जिसने किसी विषय में मन लगा लिया हो- (दत्तचित)
जिसने गुरु से
दीक्षा ली हो- (दीक्षित)
जिसने चित्त किसी
विषय में दिया (लगाया) है- (दत्तचित)
जिसने प्रतिष्ठा
प्राप्त की है- (लब्धप्रतिष्ठ)
जिसने बहुत कुछ
देखा हो- (बहुदर्शी)
जिसने बहुत कुछ
सुन रखा हो- (बहुश्रुत)
जिसने मृत्यु को
जीत लिया है- (मृत्युंजय)
जिसपर विश्र्वास
किया गया है- (विश्र्वस्त)
जिसमे दया न हो-
(निर्दय)
जिसमे दया हो-
(दयालु)
जिसमे धैर्य न
हो- (अधीर)
जिसमे रस न हो-
(नीरस)
जिसमे रस हो-
(सरस)
जिसमे शक्ति न
हो- (अशक्त)
जिसमे शक्ति नहीं
है- (अशक्त)
जिसमे सहन शक्ति
हो- (सहिष्णु)
जिसमें किसी
प्रकार का विकार हो- (विकृत)
जिसमें कुछ करने
की क्षमता न हो- (अक्षम)
जिसमें कोई दोष न
हो- (निर्दोष)
जिसमें जाना या
समझना कठिन हो- (दुर्गम)
जिसमें ढाल हो-
(ढालू/ढालवाँ)
जिसमें तेज नहीं
है- (निस्तेज)
जिसमें पाँच कोने
हों- (पंचकोण)
जिसमें प्रतिभा
है- (प्रतिभा)
जिसमें मल
(गंदगी) न हो- (निर्मल)
जिसमें मल
(गंदगी) हो- (मलिन)
जिसमें सात रंग
हो- (सतरंगा)
जिसमें सामर्थ्य
नहीं है- (असमर्थ)
जिसमें हानि या
अनर्थ का भय न हो- (निरापद)
जिससे घृणा की
जाए- (घृणित)
जिसे अधिकार दिया
गया हो- (अधिकृत)
जिसे आश्वासन
दिया गया हो- (आश्वस्त)
जिसे ईश्वर या
वेद में विश्वास न हो- (नास्तिक)
जिसे ईश्वर या
वेद में विश्वास हो- (आस्तिक)
जिसे कभी बुढ़ापा
न आये- (अजर)
जिसे कोई
आकांक्षा न हो- (निःस्पृह)
जिसे कोई जीत न
सके- (अजेय)
जिसे कोई भ्रम या
सन्देह न हो- ( निर्भ्रन्त)
जिसे क्रय किया
गया हो- (क्रीत)
जिसे क्षमा न
किया जा सके- (अक्षम्य)
जिसे गुप्त रखा
जाए- (गोपनीय)
जिसे जानना
चाहिए- (ज्ञातव्य)
जिसे जीता न जा
सके- (अजेय)
जिसे त्याग देना
उचित हो- (त्याज्य)
जिसे दंड का भय न
हो- (उदंड)
जिसे दस आनन
(मुख) हैं- (दशानन (रावण))
जिसे देख या
सुनकर रोम (रोंगटे) खड़े हो जायें- (रोमांचकारी)
जिसे देखकर डर
(भय) लगे- (डरावना, भयानक)
जिसे देश से
निकाला गया हो- (निर्वासित)
जिसे नहीं जीता
जा सके- (अजेय)
जिसे पढ़ा न जा
सके- (अपाठ्य)
जिसे बहुत कम
ज्ञान हो, थोड़ा जानने वाला-
(अल्पज)
जिसे भय नहीं है-
(निर्भीक, निर्भय)
जिसे भेदना या
तोड़ना कठिन हो- (दुर्भेद्य)
जिसे भेदा (तोड़ा)
न जा सके- (अभेद्य)
जिसे मोक्ष की
कामना हो- (मुमुक्षु)
जिसे या जिसका
मूल नहीं है- (निर्मूल)
जिसे वाह्य जगत
का ज्ञान न हो- (कुपमण्डूक)
जिसे सताया गया
हो- (दलित)
जिसे समझना बहुत
कठिन हो- (दुष्कर)
जिसे सरलता से
पढ़ा जा सके- (सुपाठ्य)
जीतने की इच्छा-
(जिगीषा)
जीने की इच्छा-
(जिजीविषा)
जीवन भर- (आजीवन)
जुआ खेलने का
स्थान- (फड़)
जेठ का पुत्र-
(जेठौत)
जैसा चाहिए वैसा-
(यथोचित)
जो (बात) वर्णन
के अतीत (बाहर) है- (वर्णनातीत)
जो अक्षर
(पढ़ना-लिखना) जानता है- (साक्षर)
जो अग्र (आगे) की
बात सोचता है- (अग्रशोची)
जो अच्छे कुल में
उत्पत्र हुआ है- (कुलीन)
जो अति (बहुत)
दीर्घ (बड़ा) नहीं है- (नातिदीर्घ)
जो अति (बहुत)
लघु (छोटा) नहीं है- (नातिलघु)
जो अत्यन्त कष्ट
से निवारित किया जा सके- (दुर्निवार)
जो अधिक बोलता
हो- (वाचाल)
जो अनुकरण करने
योग्य हो- (अनुकरणीय)
जो अन्न और
साग-सब्जी खाता हो- (शाकाहारी)
जो अपनी इच्छा पर
निर्भर हो- (ऐच्छिक)
जो अपनी जगह से न
डिगे- (अडिग)
जो अपनी बात से न
टले- (अटल)
जो अपनी हत्या
करता है- (आत्मघाती)
जो अपने धर्म के
विपरीत आचरण करता हो- (विधर्मी)
जो अपने पथ से
भटक गया हो- (पथभ्रष्ट)
जो अपने मातृभूमि
छोड़ विदेश में रहता हो- (प्रवासी)
जो अपने लाभ या
स्वार्थ का ध्यान न रखता हो- (निःस्वार्थ)
जो अपने स्थान या
स्थिति से अलग न किया जा सके- (अच्युत)
जो अपने स्थान से
डिग गया हो- (च्युत)
जो अभिनय करता
है- (अभिनेता)
जो अभी - अभी
पैदा हुआ हो- (नवजात)
जो अश्र्व (घोड़े)
का आरोही (सवार) है- (अश्र्वारोही)
जो आँखों के
सामने न हो- (अप्रत्यक्ष)
जो आँखों के
सामने न हो- (अप्रत्यक्ष/परोक्ष)
जो आँखों के
सामने हो- (प्रत्यक्ष)
जो आगे की न
सोचता हो- (अदूरदर्शी)
जो आग्रह सत्य
हो- (सत्याग्रह)
जो आमिष (मांस)
नहीं खाता- (निरामिष)
जो आलोचना के
योग्य हो- (आलोच्य)
जो आसानी से पचता
हो- (लघुपाक)
जो आसानी से लब्ध
(प्राप्य) है- (सुलभ)
जो इंद्रियों के
ज्ञान के बाहर है- (इंद्रियातीत)
जो इच्छा के अधीन
है- (इच्छाधीन)
जो इस लोक का न
हो- (अलौकिक)
जो इस लोक से
बाहर की बात हो- (अलौकिक)
जो उक्ति बार-बार
कही जाय- (पुनरुक्ति)
जो उच्च कुल में
उत्पन्न हुआ हो- (कुलीन)
जो उत्तर न दे सके-
(निरुत्तर)
जो उदार न हो-
(अनुदार)
जो उद्धार करता
है- (उद्धारक)
जो एक अक्षर भी न
जानता हो- (निरक्षर)
जो एक स्थान पर
टिक कर नहीं रहता- (यायावर)
जो कटु बोलता है-
(कटुभाषी)
जो कठिनाइयों से
पचता है- (गरिष्ठ/गुरुपक)
जो कठिनाई (दुर )
से भेदा या तोड़ा जा सके- (दुर्भेद्य)
जो कठिनाई से
प्राप्त हो- (दुर्लभ)
जो कभी न मरे-
(अमर)
जो कभी नष्ट न
हो- (अनश्वर)
जो कभी मृत्यु को
प्राप्त न हो- (अमर)
जो कम बोलता हो-
(मितभाषी)
जो कर्तव्य से
च्युत हो गया है- (कर्तव्यच्युत)
जो कर्त्तव्य से
च्युत हो गया है- (कर्त्तव्यच्युत)
जो कला जानता है
या कला की रचना करता है- (कलाकार)
जो कल्पना से परे
हो- (कल्पनातीत)
जो कष्ट को सहन
कर सके- (कष्टसहिष्णु)
जो कहा गया
है-(कथित)
जो कहा न जा सके-
(अकथनीय)
जो कान को कटु
लगे- (कर्णकटु)
जो कानून के
अनुसार हो- (वैध)
जो कानून के
विरुद्ध हो- (अवैध)
जो काम से जी
चुराता है- (कामचोर)
जो कामना रहित
हो- (निष्काम)
जो काव्य,
संगीत आदि का रस न ले- (अरसिक)
जो किये गये
उपकारों को जानता या (मानता) है- ( कृतज्ञ)
जो किये गये
उपकारों को नहीं मानता है- (कृतघ्न)
जो किसी का पक्ष
न ले- (तटस्थ)
जो किसी का पक्ष
न ले- (निष्पक्ष)
जो किसी का
प्रतिनिधित्व (किसी की जगह काम) करता है- (प्रतिनिधि)
जो किसी की ओर
(प्रति) से है- (प्रतिनिधि)
जो किसी की ओर
मुँह किये हुए हो- (अभिमुख)
जो किसी की ओर से
है- (प्रतिनिधि)
जो किसी नियम को
न माने- (उच्छृंखल)
जो किसी पक्ष में
न हो- (तटस्थ)
जो किसी विशेष
समय तक ही लागू हो- (अध्यादेश)
जो किसी सभा का
सदस्य हो- (सभासद)
जो कुछ न करता
हो-(अकर्मण्य)
जो कुछ नहीं
जानता है- (अज्ञ)
जो केन्द्र की ओर
उन्मुख होता हो- (केन्द्राभिमुख)
जो केवल फल खाकर
निर्वाह करता हो- (फलाहारी)
जो कोई वस्तु वहन
करता है- (वाहक)
जो क्रम के
अनुसार हो- (यथाक्रम)
जो क्षमा करने के
योग्य हो- (क्षम्य)
जो क्षमा के
योग्य हो- (क्षम्य)
जो खाया न जा
सके- अखाद्य
जो खाली न जाय-
(अचूक)
जो गाँव से
सम्बन्धित हो- (ग्रामीण)
जो गिना न जा
सके- (अगणित)
जो गिरि (पहाड़)
को धारण करता हो- (गिरधारी)
जो चंद्र धारण
करता हो- (चंद्रधारी)
जो चक्र धारण
करता है- (चक्रधर)
जो चक्र धारण
करता हो- (चक्रधारी/चक्रधर)
जो चर्चा का विषय
हो- (चर्चित)
जो चित्र बनाता
हो- (चित्रकार)
जो चिन्ता से
रहित हो- (निश्चिंत)
जो चिरकाल तक बना
रहे- (चिरस्थायी)
जो छाती के बल
चलता हो- (उदग (सर्प)
जो छिपाने योग्य
हो- (गोपनीय)
जो छुआ न गया हो-
(अछूता)
जो छूने योग्य न
हो- (अछूत)
जो जन्म लेते ही
गिर या मर गया हो- (आदण्डपात)
जो जन्म से अंधा
हो- (जन्मांध)
जो जरायु (गर्भ
की थैली) से जनमता है- (जरायुज)
जो टुकड़े-टुकड़े
हो गया हो- (खंडित)
जो तर्क के आधार
पर सही सिद्ध हो- (तर्कसंगत)
जो तर्क योग्य
हो- (तार्किक)
जो तीन गुणों
(सत्व, रज, व तम) से परे हो- (त्रिगुणातीत)
जो तेज चलता हो-
(शीघ्रगामी)
जो तेजहीन हो-
(निस्तेज)
जो थोड़ी देर
पहले पैदा हुआ हो- (नवजात)
जो दबाया न जा
सके- (अदम्य)
जो दया के साथ
(दयालु) है- (सदय)
जो दर्शन-शास्त्र
का ज्ञाता हो- (दार्शनिक)
जो दायर मुकदमे
का प्रतिवाद (बचाव या काट) करे- (प्रतिवादी)
जो दिखाई न दे-
(अदृश्य)
जो दिन में एक
बार भोजन करता है- (एकाहारी)
जो दिया न जा
सके- (अदेय)
जो दूसरे की
हत्या करता है- (हत्यारा)
जो दूसरे के अधीन
हो- (पराधीन)
जो दूसरे के
स्थान पर अस्थायी रूप से काम करे- (स्थानापत्र)
जो दूसरे से
ईर्ष्या करता है- (ईर्ष्यालु)
जो दूसरों का
उपकार करने वाला हो)- (परोपकारी)
जो दूसरों का भला
चाहने वाला हो- (परार्थी)
जो दूसरों पर
अत्याचार करें- (अत्याचारी)
जो दूसरों पर
अत्याचार करें- (अत्याचारी)
जो दृष्टि के
क्षेत्र से परे हो- (परोक्ष)
जो देखने में
प्रिय लगता है- (प्रियदर्शी)
जो देखने योग्य न
हो-(अदर्शनीय)
जो देखने योग्य
हो- (दर्शनीय)
जो देखा न जा
सके- (अदृश्य)
जो देखा नहीं जा
सकता- (अदृश्य)
जो देने योग्य
है- (देय)
जो दो भाषाएँ जानता
हो- (दुभाषिया)
जो द्वार का पालन
(रक्षा) करता है- (द्वारपाल)
जो धन का
दुरुपयोग करता है- (अपव्ययी)
जो धरती फोड़ कर
जनमता है- (उदभिज)
जो धर्म करता है-
(धर्मात्मा)
जो धर्म का काम
करे- (धर्मात्मा)
जो धर्माचरण करता
है- (धर्मात्मा)
जो न जाना गया
हो- (अज्ञात)
जो नभ या ख
(आकाश) में चलता है- (नभचर, खेचर)
जो नया आया हुआ
हो- (नवागन्तुक)
जो नष्ट न होने
वाला हो- (अविनाशी)
जो नष्ट होनेवाला
है- (नश्र्वर)
जो नहीं हो सकता-
(असंभव)
जो नाचता है-
(नर्तक, नृत्यकार)
जो नाटक का सूत्र
धारण (संचालन) करता है- (सूत्रधार)
जो नीचे लिखा गया
है- (निम्नलिखित)
जो नृत्य करता
है- (नृत्यकार/नर्तक)
जो नेत्रों से
दिखाई न दे- (अगोचर)
जो न्याय जनता
हो- (नैयायिक)
जो पढ़ा-लिखा न
हो- (अपढ़, अनपढ़)
जो पर (दूसरों)
के अधीन है- (पराधीन)
जो पर के अधीन
है- (पराधीन)
जो परमार्थ(
दूसरों की भलाई) चाहता है-(परमार्थी)
जो परायों का
अर्थ (हित) चाहता है- (परमार्थी)
जो परिचित न हो-
(अपरिचित)
जो परीक्षा में
परीक्षा में उत्तीर्ण न हुआ हो- (अनुत्तीर्ण)
जो पहरा देता है-
(प्रहरी)
जो पहरा देने
वाला हो- (प्रहरी)
जो पहले कभी घटित
न हुआ हो- (अघटित)
जो पहले कभी न
हुआ हो- (अभूतपूर्व)
जो पहले कभी नहीं
सुना गया- (अश्रुतपूर्व)
जो पहले न देखा
गया हो- (अदृष्टपूर्व)
जो पहले न पढ़ा
हो- (अपठित)
जो पांचाल देश की
है - (पांचाली)
जो पिंड से जनमता
है- (पिंडज)
जो पिता की हत्या
कर चुका- (पितृहन्ता)
जो पीने योग्य
हो- (पेय)
जो पुत्र गोद लिया
हो- (दत्तक)
जो पुरुष अभिनय
करे- (अभिनेता)
जो पुरुष कविता
रचता है- (कवि)
जो पुरुष लोहे की
तरह बलिष्ठ है- (लौहपुरुष)
जो पुस्तकों की
आलोचना या समीक्षा करता है- (आलोचक, समीक्षक)
जो पूछने योग्य
हो- (प्रष्टव्य)
जो पूरा या भरा
हुआ न हो- (अपूर्ण)
जो पूर्ण रूप से
बहरा हो- (वज्रबधिर)
जो पूर्व में था
या हुआ पर अभी नही है - (भूतपूर्व)
जो पृथ्वी के
गर्भ (भीतर) के हाल/शास्त्र जानता हो- (भूगर्भवेत्ता/भूगर्भशास्त्री)
जो पृथ्वी से
सम्बन्धित हो- (पार्थिव)
जो पोत (जहाज)
युद्ध का है- (युद्धपोत)
जो प्रणाम करने
योग्य हो- (प्रणम्य)
जो प्रमेय
(प्रमाण से सिद्ध) न हो- (अप्रमेय)
जो प्रशंसा के
योग्य हो- (प्रशंसनीय)
जो प्रिय बोलता
हो- (प्रियवादी)
जो फल का आहार
करता है- (फलाहारी)
जो बहुत जानता
है- (बहुज्ञ)
जो बहुत बोलता
है- (वाचाल)
जो बहुत समय कर
ठहरे- (चिरस्थायी)
जो बीत गया है-
(अतीत)
जो बुद्धि द्वारा
जाना जा सके- (बुद्धिजीवी)
जो बूढा न हो-
(अजर)
जो बूढ़ा न हो-
(अजर)
जो भाग्य की धनी
हो- (भाग्यवान)
जो भू के गर्भ
(भीतर) का हाल जानता हो- (भूगर्भवेत्ता)
जो भू को धारण
करता है- (भूधर)
जो भू धारण करता
है- (भूतेश)
जो भूमि उपजाऊ
हो- (उर्वरा)
जो भूमि का
हिसाब-किताब रखता हो- (लेखपाल)
जो भेदा या तोड़ा
न जा सके- (अभेद्य)
जो मछली का आहार
करता है- (मत्स्याहारी)
जो मन को हर ले-
(मनोहर)
जो मांस का आहार
करता है- (मांसाहारी)
जो माता की हत्या
कर चुका- (मातृहन्ता)
जो मानव के योग्य
न हो- (अमानुषिक)
जो मान-सम्मान के
योग्य हो- (माननीय)
जो मापा न जा
सके- (अपरिमेय)
जो मुकदमा दायर
करता है- (वादी /मुदई)
जो मुकदमा दायर
करता है- (वादी)
जो मुकदमा लड़ता
रहता है- (मुकदमेबाज)
जो मुकदमे का
प्रतिवाद करे- (प्रतिवादी)
जो मुश्किल से
प्राप्त हो- (दुष्प्राप्य)
जो मोक्ष चाहता हो-
(मुमुक्षु)
जो यान (सवारी)
जल में चलता है- (जलयान)
जो यान जल में
चलता हो- (जलयान)
जो युद्ध में
स्थिर रहता है- (युधिष्ठिर)
जो रंग (नाट्य)
का मंच (स्टेज) है- (रंगमंच)
जो रथ पर सवार
है- (रथी)
जो राजगद्दी का
अधिकारी हो- (युवराज)
जो राजनीति जानता
है- (राजनीतिज्ञ)
जो राज्य या राजा
से द्रोह करे- (राजद्रोही)
जो लोक में संभव
न हो- (अलौकिक)
जो लोक में सम्भव
न हो- (अलौकिक)
जो वचन से परे
हो-(वचनातीत)
जो वन में घूमता
हो- (वनचर)
जो वर्णन के बाहर
हो- (वर्णनातीत)
जो वस्तु दूसरे
के यहाँ रखी हो- (धरोहर)
जो विज्ञान जनता
है- (वैज्ञानिक)
जो विधान या नियम
के विरुद्ध हो- (असंवैधानिक)
जो विधि या कानून
के विरुद्ध है- (अवैध, गैरकानूनी)
जो विलंब या
टालमटोल से काम करे- (दीर्घसूत्री)
जो विश्व का हित
चाहता है- (विश्वहितैषी)
जो विश्व भर का
बंधु है- (विश्वबंधु)
जो विश्वास करने
योग्य हो- (विश्वसनीय)
जो विषय विचार
में आ सकता है- (विचारगम्य)
जो विषयों में
आसक्त्त है- (विषयासक्त)
जो व्याकरण जानता
है- (वैयाकरण)
जो व्याख्या करता
है- (व्याख्याता)
जो व्याख्या करता
हो- (व्याख्याता)
जो शक्ति का
उपासक हो- (शाक्त)
जो शत्रु की
हत्या करता है- (शत्रुघ)
जो शत्रु की
हत्या करता है- (शत्रुघ्न)
जो शरण में आया
हो- (शरणागत)
जो शाक का आहार
करता है-(शाकाहारी)
जो शास्त्र जानता
है- (शास्त्रज्ञ)
जो शीघ्र किसी
बात या युक्ति को सोच ले- (प्रत्युत्पन्नमति)
जो शोक करने
योग्य नहीं है- (अशोच्य)
जो संगीत जनता
हो- (संगीतज्ञ)
जो संगीत जानता
है- (संगीतज्ञ)
जो सदा से चलता आ
रहा है- (अनवरत)
जो सदैव हाथ में
खड्ग लिए रहता हो- (खड़गहस्त)
जो सब कुछ जानता
है- (सर्वज्ञ)
जो सब जगह
व्याप्त हो- (सर्वव्यापक)
जो सब जगह
व्याप्त हो-(सर्वव्यापक)
जो सबके आगे रहता
हो- (अग्रणी)
जो सबके मन की
जनता हो- (अंतर्यामी)
जो सबको एकसमान
देखता है- (समदर्शी)
जो सबको प्यारा
है- (सर्वप्रिय)
जो सबको समान भाव
से देखे- (समदर्शी)
जो सबमें व्याप्त
है- (सर्वव्यापी)
जो समय पर न हो-
(असामयिक)
जो सरलता से
बोध्य (समझने योग्य) हो- (सुबोध)
जो सरों में
जनमता है- (सरसिज)
जो सर्वशक्तिसंपन्न
है- (सर्वशक्तिमान)
जो
सर्वशक्तिसम्पत्र है- (सर्वशक्तिमान्)
जो सव्य (बायें
हाथ से हथियार आदि चलाने में) सध हुआ हो- (सव्यसाची)
जो साँप पकड़ता और
उसका खेल करता है- (सँपेरा)
जो साँप पकड़ता
है- (सँपेरा)
जो साधा (ठीक
किया) न जा सके- (असाध्य)
जो सुनने में
मधुर हो- (श्रुतिमधुर)
जो सुनने योग्य
हो- (श्रोतव्य/श्रवणीय)
जो स्त्री (ऐसी
पर्दानशीन है कि) सूर्य को भी न देख सके- (असूर्यम्पश्या)
जो स्त्री अभिनय
करे- (अभिनेत्री)
जो स्त्री कविता
रचती है- (कवियित्री)
जो स्त्री कविता
लिखती है- (कवयित्री)
जो स्त्री के
वशीभूत या उसके स्वभाव का है- (स्त्रैण)
जो स्त्री के
वशीभूत या उसके स्वभाव का हो- (स्त्रैण)
जो स्त्री सूर्य
भी न देख सके- (असूर्यम्पाश्या)
जो स्थिर रहे-
(स्थावर)
जो स्मरण करने
योग्य है- (स्मरणीय)
जो स्मरण रखने
योग्य है- (स्मरणीय)
जो स्वयं पैदा
हुआ हो- (स्वयंभू)
जो स्वयं ही
सिद्ध (ठीक) हो- (स्वयंसिद्ध)
जो स्वार्थ (अपनी
ही भलाई) चाहता है- (स्वार्थी)
जो हाथों से
मुक्त है अर्थात अधिक देने वाला- (मुक्तहस्त)
जो हिसाब-किताब
की जाँच करता हो- (अंकेक्षक)
जो हो सकता-
(संभव)
जोतने का काम-
(जुताई)
ज्ञान देने वाली-
(ज्ञानदा)
ज्ञान देनेवाला-
(ज्ञातव्य)
झमेला करनेवाला-
(झमेलिया)
झीं-झीं की तेज
आवाज करने वाला कीड़ा- (झींगुर)
झूठ बोलने
वाला-(झूठा)
टाइप करने की
कला- ( टंकण)
ठकठक करके बर्तन
बनानेवाला- (ठठेरा)
ठगों का
मोदक/लड्डू जिसमें बेहोश करने वाली- (ठगमोदक/ठगलड्डू)
ठठेरे की बिल्ली
जो ठक ठक शब्द से न डरे- (ठठेरमंजारिका)
ठन ठन की आवाज-
(ठनकार)
ठीक अपने क्रम से
आया हुआ- (क्रमागत)
ठीका लेनेवाला-
(ठीकेदार)
ठूसकर भरा हुआ-
(ठसाठस)
डंडी मारनेवाला-
(डंडीमार)
डफली बजानेवाला-
(डफालची /डफाली)
डाका मारने का
काम- (डकैती)
डाका मारनेवाला-
(डकैत)
ड्योढ़ी पर
रहनेवाला पहरेदार- (ड्योढ़ीदार)
ढालने का काम-
(ढलाई)
ढिंढोरा पिटने
वाला- (ढिंढोरिया)
ढीला होने का
भाव- (ढिलाई)
ढोंग रचनेवाला-
(ढोंगी)
ढोलक बजानेवाला-
(ढोलकिया)
तत्त्त्तव को
जानने वाला- (तत्त्त्तवज्ञ)
तप करने वाला-
(तपस्वी)
तर्क के द्वारा
जो माना गया हो- (तर्कसंगत)
तर्क के द्वारा
जो सम्मत(माना जा चुका) है- (तर्कसम्मत)
तीन कालों की बात
जानने वाला- (त्रिकालज्ञ)
तीन कालों को
देखने वाला- (त्रिकालदर्शी)
तीन नदियों का
संगम- (त्रिवेणी)
तीन माह में एक
बार होने वाला- (त्रैमासिक)
तीन युगों में
होने वाला- (त्रियुगी)
तीन लोको का
समूह- (त्रिलोक)
तीन वेदों को
जाननेवाला- (त्रिवेदी)
तीनों लोकों का
स्वामी- (त्रिलोकी)
तेज गति से चलने
वाला- (द्रुतगामी/तीव्रगामी)
तेज बुद्धिवाा-
(कुशाग्रबुद्धि)
तेजवाला-
(तेजस्वी)
तैरने की इच्छा-
(तितीर्षा)
दण्ड दिये जाने
योग्य- (दण्डनीय)
दया करने वाला-
(दयालु)
दर्द से भरा हुआ-
(दर्दनाक)
दर्शन के योग्य-
(दर्शनीय)
दशरथ का पुत्र-
(दशरथि)
दस वर्षो का समय-
(दशक)
दाव (जंगल) का
अनल (आग)- (दावानल)
दाव (जंगल) में
लगने वाली आग- (दावानल)
दिन के समय अपने
प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका- (दिवाभिसारिका)
दिन पर दिन-
(दिनानुदिन)
दिन पर दिन-
(दिनोंदिन)
दिन रात ठाढ़े
(खड़े) रहने वाले साधु- (ठाढ़ेश्वरी)
दिल से होने
वाला- (हार्दिक)
दीवार पर बने हुए
चित्र- (भित्तिचित्र)
दुःख देनेवाला-
(दुःखद)
दुखांत नाटक-
(त्रासदी)
दुसरे देश से
अपने देश में समान आना- (आयात)
दूर की सोचने
वाला- (दूरदर्शी)
दूसरे के पीछे
चलने वाला- (अनुचर)
दूसरे के स्थान
पर काम करने वाला- (स्थानापन्न)
दूसरे के हाथ में
गया हुआ- (हस्तान्तरित)
दूसरे के हित में
अपने आप को संकट में डालना- (आत्मोत्सर्ग)
दूसरों की उन्नति
को न देख सकना- (ईष्र्या)
दूसरों की बातों
में दखल देना- (हस्तक्षेप)
दूसरों के गुणों
में दोष ढूँढने की वृति का न होना- (अनसूया)
दूसरों के दोष को
खोजने वाला- (छिद्रान्वेसी)
दूसरों के दोषों
को खोजना- (छिद्रान्वेषण)
दूसरों के दोषों
को ढूँढने वाला- (छिद्रान्वेषी)
दूसरों पर उपकार
करने वाला- (उपकारी)
देखने की इच्छा-
(दिदृक्ष)
देखने योग्य-
(दर्शनीय)
देखने योग्य-
(दर्शनीय)
देने की इच्छा-
(दित्सा)
देवताओं पर चढ़ाने
हेतु बनाया गया दही, घी, जल, चीनी, और शहद का मिश्रण-
(मधुपर्क)
देश के लिए अपने
प्राण देने वाला- (शहीद)
देश में विदेश से
माल आने की क्रिया- (आयात)
दैव या प्रारब्ध
सम्बन्धी बातें जानने वाला- (देवज्ञ)
दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट- (त्रिताप)
दो बार जन्म लेने
वाला- (द्विज)
दो बार जन्म
लेनेवाला- (द्विज)
दो भाषायें बोलने
वाला- (द्विभाषी)
दो वेदों को
जाननेवाला- (द्विवेदी)
दोपहर के बाद का
समय- (अपराह)
दोपहर के बाद का
समय- (अपराह्नन)
द्रुत गमन
करनेवाला- (द्रुतगामी)
द्रुपद की
पुत्री- (द्रौपदी)
द्वार या आँगन के
फर्श पर रंगों से चित्र बनाने या चौक पूरने की कला- (अल्पना)
धन के देवता-
(कुबेर)
धन देनेवाला
(व्यक्ति या देवता)- (धनद, कुबेर)
धन से संबंध रखने
वाला- (आर्थिक)
धरती और आकाश के
बीच का स्थान- (अंतरिक्ष)
धर्म में रूचि
रखने वाला- (धर्मात्मा)
धर्म में रूचि
रखने वाला- (धर्मात्मा)
धर्म या शास्त्र
के विरुद्ध कार्य- (अधर्म)
ध्यान करने योग्य
या लक्ष्य- (ध्येय)
न टूटने वाला-
(अटूट)
न बहुत शीत
(ठंडा) न बहुत उष्ण (गर्म)- (समशीतोष्ण)
न हो सकने वाला-
(अशक्य/असंभव)
नए युग या
प्रवृत्ति का निर्माण करने वाला- (युगनिर्माता)
नए युग या
प्रवृत्ति का प्रवर्तन (लागू करने) वाला- (युगप्रवर्तक)
नख से शिखा तक के
सब अंग- (नखशिख)
नगर का रहनेवाला-
(नागरिक, नागर)
नगर में जन्म
लेने वाला- (नागरिक)
नगर में
रहनेवाला- (नागरिक)
नदी से सींचा
जानेवाला प्रदेश- (नदीमातृक)
नभ (आकाश) में
विचरण करने वाला- (नभचर/खेचर)
नया (तुरंत का)
जनमा हुआ- (नवजात)
नया उदित होने
वाला- (नवोदित)
नया-नया आया हुआ-
(नवागन्तुक)
नव (अभी-अभी)
जनमा हुआ- (नवजात)
नष्ट होने वाला-
(नश्वर)
नहीं खाने योग्य-
(अखाद्य)
नहीं मरनेवाला-
(अमर)
नाक से रक्त बहने
का रोग- (नकसीर)
नापाक इरादे से
की जाने वाली मन्त्रणा या साजिश- (दुरभिसन्धि)
निन्दा करने
योग्य- (निन्दनीय)
नियम विरुद्ध या
निन्दनीय कार्य करने वालों की सूची- (काली सूचि/ब्लैक लिस्ट)
निर्वाचन में
अपना मत देने वाला- (निर्वाचक)
निशा में विचरण
करनेवाला- (निशाचर)
निशि में विचरण
करने वाला- (निशाचर)
नीचे की ओर मुख
किये हुए- (अधोमुख)
नीचे की ओर लाना
या खींचना- (अपकर्ष)
न्याय करने वाला-
(न्यायाधीश)
पंक्ति में सबसे
आगे खड़ा होने वाला- (अग्रसर)
पंडितों में
पंडित- (पंडितरा)
पंद्रह दिन में
एक बार होने वाला- (पाक्षिक)
पढ़ने योग्य-
(पठनीय)
पति के छोटे भाई
की स्त्री- (देवरानी)
पति-पत्नी का
जोड़ा- (दम्पति)
पति-पत्नी का
जोड़ा- (दम्पती)
पत्रों आदि को
दूरस्थ स्थानों पर पहुँचाने वाली सेवा- (डाक सेवा)
पथ का प्रदर्शन
करने वाला- (पथ-प्रदर्शक)
पथ का प्रदर्शन
करनेवाला- (पथप्रदर्शक)
पद, उम्र आदि के विचार से औरों से अपेक्षाकृत छोटा-
(कनिष्ठ)
पदार्थ का सबसे
छोटा इन्द्रिय-ग्राह्य विभाग या मात्रा- (अणु)
पन्द्रह दिन में
होने वाला- (पाक्षिक)
परब्रह्म का सूचक
'ओं' शब्द- (ओंकार)
परम्परा से चली
आई हुई बात, उक्ति या कला-
(अनुश्रुति)
परलोक का-
(पारलौकिक)
परीक्षा देने
वाला- (परीक्षार्थी)
पर्ण (पत्ते) की
बनी हुई कुटी- (पर्णकुटी)
पर्वत की कन्या-
(पार्वती)
पर्वत के पास की
भूमि- (उपत्यका)
पर्वत पर चढ़ने
वाला- (पर्वतारोही)
पाद (पैर) से
मस्तक (सिर) तक- (आपादमस्तक)
पानी में डूबकर
चलने वाली नाव- (पनडुब्बी)
पाने की इच्छा-
(लिप्सा)
पाप या अपराध
करने पर दोषमुक्त होने के लिए किया जाने वाला धार्मिक या शुभ कार्य- (प्रायश्चित)
पिता की पिता-
(पितामह)
पिता की हत्या
करनेवाला- (पितृहंता)
पिता के पिता का
पिता- (प्रपितामह)
पिता से प्राप्त
की हुई (सम्पत्ति)- (पैतृक)
पीने की इच्छा-
(पिपासा)
पुत्र का पुत्र-
(पौत्र)
पुत्र की वधू-
(पुत्रवधू)
पुलिस की बड़ी
चौकी- (थाना)
पूछने योग्य-
(प्रष्टव्य)
पूजने योग्य-
(पूजनीय, पूज्य)
पूरब और उत्तर के
बीच की दिशा- (ईशान)
पृथ्वी की वह
शक्ति जो सभी चीजों की अपनी ओर खींचती हो- (गुरुत्वाकर्षण)
पैर से लेकर सिर
तक- (आपादमस्तक)
प्रकृतिसम्बन्धी-
(प्राकृतिक)
प्रतिकूल पक्ष
का- (विपक्षी)
प्रतिदिन होने
वाला- (दैनिक)
प्रतिदिन होने
वाला-(प्रतिदिन)
प्रयोग में लाने
योग्य- (प्रयोजनीय)
प्राचीन आदर्श के
अनुकूल चलने वाला- (गतानुगतिका)
प्राण देनेवाली
औषधि- (प्राणदा)
प्राणों पर संकट
लाने वाला- (सांघातिक)
प्रिय बोलने वाली
स्त्री- (प्रियंवदा)
प्रिय बोलनेवाली
स्त्री- (प्रियंवदा)
फलनेवाला या फल
(ठीक परिणाम) देनेवाला- (फलदायी)
फल-फूल खाने
वाला- (शाकाहारी)
फेंककर चलाया
जाने वाला हथियार- (अस्त्र)
फेन से भरा हुआ-
(फेनिल)
बच्चा जनने वाली
स्त्री- (प्रसूत)
बच्चों के लिए
काम की वस्तु- (बालोपयोगी)
बच्चों को सुलाने
के लिए गाया जाने वाला गीत- (लोरी)
बरसात के चार
महीने- (चतुर्मास)
बहुत गप्पे हाँकनेवाला-(गपोड़िया)
बहुत चंचल,
दुष्ट और अपनी प्रशंसा करने वाला नायक-
(धीरोद्धत)
बहुत डरनेवाला-
(डरपोक)
बहुत तेज चलने
वाला- (द्रुतगामी)
बहुत दूर की बात
पहले से ही सोच लेने वाला- (दूरदर्शी)
बहुत बोलने वाला-
(बहुभाषी)
बहुत सी घटनाओं
का सिलसिला- (घटनावली, घटनाक्रम)
बहुत से रूप धारण
करने वाला- (बहुरूपिया)
बहुत-सी भाषाओं
को जानने वाला- (बहुभाषाविद)
बहुत-सी भाषाओं
को बोलने वाला- (बहुभाषाभाषी)
बालक से वृद्ध
तक- (आबालवृद्ध)
बाल्यावस्था और
युवावस्था के बीच का समय- (वयः सन्धि)
बिक्री करनेवाला-
(विक्रेता)
बिजली की तरह कान्ति
(चमक) वाला-(विधुत्प्रभ)
बिजली की तरह
तीव्र वेग वाला- (विघुतवेग)
बिना अंकुश का-
(निरंकुश)
बिना आयास
(परिश्रम) के- (अनायास)
बिना पलक गिराये-
(एकटक)
बिना पलक गिराये
हुए- (अनिमेष)
बिना पलक गिराये
हुए- (निर्निमेष)
बिना माता-पिता
का- (अनाथ)
बिना वेतन का- (अवैतनिक)
बिना वेतन के
कार्य करने वाला- (अवैतनिक)
बिलकुल बरबाद हो
गया हो- (ध्वस्त)
बीता हुआ- (अतीत)
बुरा (दुर्)
आग्रह- (दुराग्रह)
बुरे आचरण वाला-
(दुराचारी)
बुरे चरित्र
वाला- (दुश्चरित्र)
बेचनेवाला-
(विक्रेता)
बेलों आदि से
घिरा हुआ सुरम्य स्थान- (कुंज)
बोलने की इच्छा-
(विवाक्षा)
भलाई की इच्छा
रखने वाला- (हितैषी)
भलाई चाहने वाला-
(हितैषी)
भली प्रकार से
सीखा हुआ- (अभ्यस्त)
भविष्य में
होनेवाला- (भावी)
भूख से व्याकुल-
(क्षुधातुर)
भूत-वर्तमान-भविष्य
को देखने (जानने) वाले- (त्रिकालदर्शी)
भूतों का ईश्वर-
(भूतेश)
भेड़ का बच्चा-
(मेमना)
भोजन करने की
इच्छा- (बुभुक्षा)
भौहों के बीच का
ऊपरी भाग- (त्रिकुटी)
मछली की तरह
आँखों वाली- (मीनाक्षी)
मछली पकड़ने या
बेचने वाली जाति विशेष- (धीवर)
मन की वृत्ति
(अवस्था)- (मनोवृत्ति)
मनन करने योग्य-
(मननीय)
मनपसन्द या
नामांकित- (मनोनीत)
मयूर की तरह
आँखों वाली- (मयूराक्षी)
मरण तक- आमरण
मरने की इच्छा-
(मुमूर्षा)
महल का भीतरी
भाग- (अन्तःपुर)
महीने के किसी
पक्ष की चौथी तिथि- (चतुर्थी)
मांस आहार या
भोजन करनेवाला- (मांसाहारी/मांसभोजी)
मांस खाने वाला -
(मांसाहारी)
मांस न खाने वाला-
(निरामिष)
माता की हत्या
करनेवाला- (मातृहंता/मातृघाती)
मास में एक बार
आने वाला- (मासिक)
मिठाई बनाने और
बेचने वाला- (हलवाई)
मित (कम)बोलने
वाला- (मितभाषी)
मिष्ट या मधुर
भाषण करनेवाला- (मिष्टभाषी, मधुरभाषी)
मुँह पर निकलने
वाली फुंसियाँ- (मुँहासे)
मूल बातों को
संक्षेप में लिखना- (टिप्पणी)
मेघ की तरह नाद
करनेवाला- (मेघनाद)
यथार्थ (सच)
कहनेवाला- (यथार्थवादी)
यथार्थ (सच)
कहनेवाला-( यथार्थवादी)
यश वाला-
(यशस्वी)
यशवाला- (यशस्वी)
याचना करनेवाला-
(याचक)
यात्रा करनेवाला-
(यात्री)
यात्रियों के लिए
धर्मार्थ बना हुआ घर- (धर्मशाला)
युग का निर्माण
करनेवाला- (युगनिर्माता)
युद्ध का जहाज-
(युद्धपोत)
युद्ध की इच्छा
रखने वाला- (युयुत्सा)
युद्ध में स्थिर
रहता है- (युधिष्ठिर)
रक्त में रँगा
हुआ या भरा हुआ- (रक्तरंजित)
रचना करने वाला-
(रचयिता)
राजनीतिज्ञों एवं
राजदूतों की कला- (कूटनीति)
राजा या राज्य के
प्रति किया जाने वाला विद्रोह- (राजद्रोह)
राज्य के अधिपति
द्वारा जारी किया गया वो आधिकारिक आदेश जो किसी विशेष समय तक ही लागू हो-
(अध्यादेश)
रात और सन्ध्या
के बीच का समय- (गोधूलि)
रात और सन्ध्या
के बीच की वेला- (गोधूलि)
रात को दिखाई न देनेवाला
रोग- (रतौंधी)
रात में घूमने
वाला- (निशाचर)
राष्ट्र का
प्रमुख- (राष्ट्रपति)
रोगियों की
चिकित्सा करने का स्थान- (चिकित्सालय)
रोगी की चिकित्सा
करने वाला- (चिकित्सक)
लगातार घंटा बजने
से होनेवाला शब्द- (टनाटन)
लाभ की इच्छा-
(लिप्सा)
लेखक द्वारा
लिखित अपनी जीवनी- (आत्मकथा)
लोक का- (लौकिक)
लौटकर आया हुआ-
(प्रत्यागत)
वर्षा का अभाव-
(अनावृष्टि)
वसुदेव के पुत्र-
(वासुदेव)
वह कपड़ा जिससे
कोई चीज झाड़ी जाय- (झाड़न)
वह कवि जो
तत्क्षण कविता कर सके- (आशुकवि)
वह काव्य जिसका
अभिनय किया जाय- (रूपक)
वह जिसकी दृष्टि
दूर तक जाय- (दूरदर्शी)
वह जिसकी
प्रतिज्ञा दृढ हो- (दृढ़प्रतिज्ञ)
वह जिससे प्रेम
किया जाय- (प्रेमपात्र)
वह जो अपने आचार
से पवित्र है- (आचारपूत)
वह नाटक जिसमें
गीत अधिक हों- (गीतरूपक)
वह नायिका जिसका
पति रात को किसी अन्य स्त्री के पास रहकर प्रातः उसके पास आता हो- (खंडिता)
वह नायिका जिसका
पति विदेश जाने को है- (प्रवत्स्यपतिका)
वह नायिका जो
कृष्ण पक्ष में अपने प्रेमी से मिलने जाती हो- (कृष्णाभिसारिका)
वह पत्र जिसमें
किसी को कुछ करने का अधिकार दिया गया हो- (अधिपत्र)
वह पत्र, जिसमें किसी को कोई काम करने का अधिकार दिया
जाय- (अधिपत्र)
वह पहाड़ जिससे आग
निकलती हो- (ज्वालामुखी)
वह पात्र जिसमें
शोभा के लिए फूल लगाकर रखे जाते है- (फूलदान)
वह पुरुष जिसकी
पति साथ है- (सपतीक)
वह पुरुष जिसकी
पत्नी साथ है- (सपत्नीक)
वह पूँजी जो
सम्पत्ति आदि के रूप में हो- (रिक्थ)
वह बात जो जनसाधरण
में चलती आ रही है- (किंवदन्ती)
वह वस्तु जिसका
उत्पादन हुआ हो- (उत्पाद)
वह व्यक्ति जो
हाथ उठाए हो- (उध्र्वबाहु)
वह शासन प्रणाली
जिसमें जन साधारण का शासन हो- (प्रत्युत्पन्नमति)
वह शासन प्रणाली
जो जनता द्वारा जनता के हित के लिए हो- (लोकतंत्र)
वह स्त्री जिसका
पति आने वाला है- (आगमिस्यतपतिका)
वह स्त्री जिसका
पति दूसरा विवाह कर ले- (अध्गूढा)
वह स्त्री जिसका
पति परदेश से लौटा हो- (आगतपतिक)
वह स्त्री जिसका
पति प्रोषित (परदेश गया) हो- (प्रोषितपतिका)
वह स्त्री जिसके
पति ने त्याग (छोड़) दिया हो- (परित्यक्ता)
वह स्त्री जिसमें
पृथ्वी के स्वरूप का वर्णन हो- (भूगोल)
वह स्त्री जिसे
पति छोड़ दे- (परित्यक्ता)
वह स्थान जहाँ
मुर्दे जलाये जाते है- (श्मशान)
वह स्थिति जब
मुद्रा का चलन अधिक हो- (मुद्रास्फीति)
वाडव (सागर) का
अनल (आग)- (वाडवानल)
वात, पित्त व कफ- (त्रिदोष)
वास्तविक मूल्य
से अधिक लिया जाने वाला शुल्क- (अधिशुल्क)
विदेश में प्रवास
करनेवाला- (प्रवासी)
विदेश से
वस्तुयें मँगाना- (आयात)
विद्या की चाह
रखने वाला- (विद्यार्थी)
विद्या की देवी-
(सरस्वती)
विधानमंडल द्वारा
पारित या स्वीकृत नियम- (अधिनियम)
विधि (कानून )
द्वारा प्रदत्त (प्राप्त)- (विधिप्रदत्त)
विधि (कानून) के
द्वारा प्राप्त- (विधिप्रदत)
विवाद या
गुटबन्दी से अलग रहने वाला- (तटस्थ/गुटनिरपेक्ष)
विवाह के पश्चात
वधू का ससुराल में दूसरी बार आना- (द्विरागमन)
विश्र्वास के
योग्य - (विश्र्वसनीय)
विश्व का पर्यटन
करनेवाला- (विश्वपर्यटक)
विष्णु का उपासक
या विष्णु से सम्बद्ध- (वैष्ण्व)
विष्णु का भक्त
या विष्णु संबंधी- (वैष्णव)
वृष्टि का अभाव-
(अनावृष्टि)
वें बातें जो
पुस्तक के आरंभ में लिखी जाय- (भूमिका/प्राक्कथन)
वेतन पर काम करने
वाला- (वैतनिक)
व्याकरण
जाननेवाला- (वैयाकरण)
शक्ति का उपासक
या शक्ति से सम्बद्ध- (शाक्त)
शक्ति के अनुसार-
(यथाशक्ति)
शक्तिशाली,
दयालु और योद्धा नायक- (धीरोदात्त)
शत्रु का नाश
करने वाला- (शत्रुघ्न)
शयन (सोने) का
आगार (कमरा)- (शयनागार)
शयन करने की
इच्छा- (सुषुप्सा)
शरण में आया हुआ-
(शरणागत)
शरीर का कोई भाग-
(अवयव)
शरीर के एक
पार्श्व का लकवा- (पक्षाघात)
शरीर के लिए
जितना धन आवश्यक हो उससे अधिक न लेना- (अपरिग्रह)
शासकीय
अधिकारियों का शासन- (नौकरशाही)
शिव का उपासक या
शिव से सम्बद्ध- (शैव)
शीघ्र चलने वाला-
(द्रुतगामी)
शीघ्र नष्ट होने
वाला- (क्षणभंगुर)
शीतल, मन्द व सुगन्धित वायु- (त्रिविधवायु)
संगीत के छः राग-
(षटराग)
संसार में सबका
प्रिय- (लोकप्रिय)
सड़ी हुई वस्तु की
गन्ध- (सराँध)
सत्य के प्रति
आग्रह- (सत्याग्रह)
सत्य बोलने वाला-
(सत्यवादी)
सत्व, रज व तम- (त्रिगुण)
सदा प्रसन्न रहने
वाली या कला-प्रेमी नायक- (धीरललित)
सदैव रहने वाला-
(शाश्वत)
सप्ताह में एक
बार होने वाला- (साप्ताहिक)
सब कालों में
होनेवाला- (सार्वकालिक)
सब कुछ खाने
वाला- (सर्वभक्षी)
सब कुछ जानने
वाला- (सर्वज्ञ)
सब कुछ भक्षण
करनेवाला- (सर्वभक्षी)
सब देशों से
सम्बद्ध- (सार्वदेशिक)
सब लोगों से
सम्बन्ध रखने वाला- (सार्वजनिक)
सबको जीतने वाला-
(सर्वजीत)
सबसे प्रिय-
(प्रियतम)
समय से संबंधित-
(सामयिक)
समस्त पृथ्वी से
सम्बन्ध रखने वाला- (सार्वभौमिक)
समाचार पत्र का
मुख्य (सम्पादकीय) लेख- (अग्रलेख)
समान (एक ही) उदर
से जन्म लेनेवाला- (सहोदर)
समान (एक ही)उदर
से जन्म लेनेवाला- (सहोदर)
समान उदर से जन्म
लेनेवाला- (सहोदर)
समान रूप से आगे
बढ़ने की चेष्टा- (प्रतिस्पर्द्धा)
समान वयवाला-
(समवयस्क)
सरकार द्वारा
दूसरे देश की तुलना में अपने देश की मुद्रा का मूल्य कम कर देना- (अवमूल्यन)
सरकार द्वारा
प्रकाशित या सरकारी बजट में छपी सूचना- (अधिसूचना)
सरस्वती का भक्त
या सरस्वती से संबद्ध- (सारस्वत)
सर्वप्रथम मत को
प्रवर्तित करने वाला- (आदिप्रवर्तक)
सर्वाधिकार
सम्पन्न शासक या अधिकारी- (अधिनायक)
सहन करना जिसका
स्वभाव है- (सहनशील)
सहसा छिपकर
आक्रमण करने वाला- (छापामार)
सामाजिक एवं प्रशासनिक
अनुशासन की क्रूरता से उत्पत्र स्थिति- (आतंक)
सारे संसार के
देशों की खेल प्रतियोगितायें- (ओलम्पिक)
साहित्य से
सम्बन्ध रखने वाला- (साहित्यिक)
साहित्य से
सम्बन्धित- (साहित्यिक)
सिंह का बच्चा-
(सिंहशावक)
सिक्के ढालने का
कारखाना- (टकसाल)
सिर पर धारण करने
योग्य- (शिरोधार्य)
सीमा का अनुचित
उल्लंघन- (अतिक्रमण)
सीमा का उल्लंघन
करना- (अतिक्रमण)
सुख देनेवाला-
(सुखद)
सुनने योग्य-
(श्रवणीय)
सुन्दर हृदय
वाला- (सुहृदय)
सुन्दर हृदयवाला-
(सुहृद)
सूर्य जिस पर्वत
के पीछे निकलता है- (उदयाचल)
सूर्योदय से पहले
का समय- (उषाकाल)
सेतुबंध
रामेश्वरम से हिमालय तक- (आसेतुहिमालय)
सेना में रहने का
स्थान- (छावनी)
सेवा से सम्बद्ध-
(साहित्यिक)
सोलह वर्ष की
लड़की- (षोडशी)
सौ में सौ-
(शतप्रतिशत)
सौ वर्ष का समय-
(शताब्दी)
सौतेली माँ-
(विमाता)
स्त्री-पुरुष का
जोड़ा- (दम्पति)
स्त्री-पुरुष का
जोड़ा/पति-पत्नी का जोड़ा- (दम्पती)
स्थल या जल का वह
तंग या पतला भाग जो स्थल या जल के दो बड़े खंडों को मिलाता है- (डमरूमध्य)
स्पष्टीकरण के
लिए दिया जाने वाला वक्तव्य- (विवृति)
स्वतन्त्रता
प्राप्ति के बाद का- (स्वातन्त्र्योत्तर)
स्वर्गलोक,
मृत्युलोक और पाताललोक- (त्रिभुवन/त्रिलोक)
स्वेद (पसीने) से
उत्पन्न होने वाला- (स्वेदज)
स्वेद से उत्पत्र
होनेवाला- (स्वेदज)
हंस के समान
सुंदर मंद गति से चलने वाली स्त्री- (हंसगामिनी)
हत्या करनेवाला-
(हत्यारा)
हमेशा सत्य बोलने
वाला- (सत्यवादी)
हवा में मिली हुई
धूल या भाप के कारण होने वाला अँधेरा- (धुन्ध)
हाथ का लिखा हुआ-
(हस्तलिखित)
हाथ में चक्र
धारण करनेवाला- (चक्रपाणि)
हाथ से लिखा हुआ-
(हस्तलिखित)
हाथी को हाँकने
का लोहे का हुक- (अंकुश)
हिंसा करने वाला-
(हिंसक)
हित चाहने वाला-
(हितैषी)
हिन्द की भाषा-
(हिन्दी)
हृदय को विदीर्ण
करने वाला- (हृदयविदारक)
Jo hamesha chalta rahe
ReplyDeleteJo kisi ke pihche clta ho
ReplyDeleteजिसकी व्याख्या नही किया जा सके???
ReplyDeleteHaha Jana assan ho
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