Saturday, 14 October 2017

छत्तीसगढ़ में नियुक्त सूबेदार (मराठा काल)

छत्तीसगढ़ में सूबा शासन की स्थापना मराठा शासन की द्वितीय शासक व्यंकोजी भोंसला ने किया था | वह छत्तीसगढ़ में प्रत्यक्ष शासन करने की बजाय  नागपुर में रहकर सूबेदार के माध्यम से छत्तीसगढ़ का शासन चलाना चाहते थे |  यह व्यवस्था छत्तीसगढ़ में 1787 से 1818 ईस्वी तक चली | इस व्यवस्था में उन्होंने सूबेदारों की नियुक्ति की जिनका विवरण निम्न है


क्रमांक
सूबेदार
वर्ष
टिपण्णी
1
महिपत राव दिनकर
1787-90
छत्तीसगढ़ का प्रथम सूबेदार, योरोपीय यात्री फोरेस्टर का छत्तीसगढ़ आगमन
2
विट्ठल दिनकर
1790-96
योरोपीय यात्री कैप्टन ब्लंट का छत्तीसगढ़ आगमन , परगना पद्धति का जन्मदाता
3
भवानी कालू
1796-97

4
केशव गोविंद
1797-1808
सर्वाधिक अवधि के लिए बना सूबेदार, योरोपीय यात्री कोलब्रुक का छत्तीसगढ़ आगमन
5
व्यंकोजी पिड्री

1808-09

अल्पावधि के लिए बना सूबेदार
दीरो कुल्लू
6
बीकाजी गोपाल
1809-17
छत्तीसगढ़ के वायसराय व्यंकोजी भोंसला की मृत्यु (1811 ईसवी),  नए वायसराय अप्पा साहब द्वारा उसे सूबेदार पद से हटाना
7
सखाराम हरी
1817
किसानों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई
सीताराम टाटिया टांटिया

8
यादव राव दिवाकर
1817-1818
छत्तीसगढ़ का अंतिम सूबेदार

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