भारत के अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी खानपान/पकवान का अपनी पारंपरिक प्रचलन है | जिनमें से कुछ प्रमुख व्यंजनों का विवरण निम्न है-
क्रमांक
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व्यंजन
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स्वाद
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विवरण
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1
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ठेठरी
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नमकीन
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लम्बी या गोल आकृति वाला यह नमकीन व्यंजन बेसन से बनता है ।
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2
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सोहारी
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नमकीन
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शादि-ब्याह और भोज में पतली और बड़ी पूरी-सोहारी बनायी जाती है ।
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3
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खुरमी
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मीठी
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गेहूं तथा चावल के आटे के मिश्रण से निर्मित मीठी प्रकृति का लोकप्रिय व्यंजन है। गुड़ चिरौंजी और नारियल इसका स्वाद बढ़ा देते हैं ।
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4
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करी / करी लड्डू
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नमकीन/ मीठा
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बेसन का मोटा सेव है, इसे नमक डालकर नमकीन करी (सेव) बनाते हैं तथा बिना नमक के करी से गुड़ वाला मीठा लड्डू बनता है।
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5
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बरा
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नमकीन
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उड़द दाल से बने इस व्यंजन का शादि-ब्याह तथा पितर में विशेष चलन है ।
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6
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तसमई
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मीठी
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छत्तीसगढ़ी तसमई खीर जैसा व्यंजन
है। दूध,
चांवल का यह पकवान गर्मी-खुशी में विशेष तौर पर बनता है ।
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7
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अइरसा
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मीठी
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अइरसा चावल आटा और गुड़ की चाशनी से बना छत्तीसगढ़ी पकवानों
का स्वादिष्ट रुप माना जाता है ।
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8
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पपची
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मीठी
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गेहूं-चावल के आटे से पपची बनता है ।
मीठी पपची मंद आंच में सेके जाने से कुरमुरी
और स्वादिष्ट बन जाती है ।
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9
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फरा
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मीठी
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फरा दो तरह से मीठा बनता है - पहला मीठा ,जिसमे फरा में गुड़ का घोल प्रयुक्त होता है और दूसरा भाप में पकाया हुआ जिसको बघार लगाकर अधिक स्वादिष्ट
किया जाता है ।
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10
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देहरौरी
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मीठी
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दरदरे चावल से बनी देहरौरी
अपनी अलग पहचान रखती है। चासनी में भींगी देहरौरी
को रसगुल्ले का देसी रुप कह सकते हैं ।
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11
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चीला
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नमकीन/ मीठा
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चीले के दो रुप प्रचलन
मे है-मीठा एवं नमकीन । चावल के आटे में नमक डालने से नुनहा चीला बनता है एवं घोल में गुड़ डाल देने से गुरहा चीला। इन दोनों चीले का स्वाद हरी मिर्च और पताल की चटनी से बढ़ जाता है
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12
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चौसेला
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नमकीन/ मीठा
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हरेली, पोरा,
छेरछेरा त्यौहारों में विशेष रुप से तलकर तैयार किया जाने वाले यह चावल के आटे से बनाया जाता है और गुड़ व आचार व्यंजन का जायका बढ़ा देते हैं ।
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13
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भजिया
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नमकीन
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उड़द की पीठी या बेसन दोनों से भजिया बनाने का रिवाज है।
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14
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कुसली
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मीठी
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यह गुझिया का हे एक प्रकार है जिसे छत्तीसगढ़ में कुसली कहा जाता है
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15
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बिनसा
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मीठी
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इसे गर्म दूध में खट्टा डालकर पनीर की तरह फटया जाता है फिर गुड़ या शक़्कर डालकर बनया जाता है
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