Thursday 4 January 2018

छत्तीसगढ़ के परंपरागत आभूषण (Traditional Ornaments from Chhattisgarh)

  • सिर में 
    • जंगली फूल
    • पंख
    • कौड़ियां
    • सिंगी
    • ककई-कंघी
    • मांगमोती
    • पटिया
    • बेंदी 
  • चेहरे पर 
    • टिकुली 
  • कान में 
    • ढार
    • तरकी
    • खिनवां
    • अयरिंग
    • बारी
    • फूलसंकरी
    • लुरकी 
    • लवंग फूल
    • खूंटी
    • तितरी 
  • नाक में 
    • फुल्ली 
    • नथ
    • नथनी
    • लवंग 
    • बुलाक 
  •  गले में 
    • सूंता
    • पुतरी 
    • कलदार 
    • सुंर्रा 
    • संकरी 
    • तिलरी 
    • हमेल 
    • हंसली 
  • बाजू, कलाई और उंगलियों में 
    • चूरी
    • बहुंटा
    • कड़ा
    • हरैया
    • बनुरिया
    • ककनी
    • नांमोरी
    • पटा
    • पहुंची
    • ऐंठी
    • मुंदरी (छपाही, देवराही, भंवराही) 
  • कमर में 
    • भारी और चौड़े कमरबंद-करधन 
  • पैरों में 
    • तोड़ा
    • सांटी
    • कटहर
    • चुरवा
    • चुटकी
    • बिछिया (कोतरी) 
  • बच्चों के आभूषण 
    • बघनखा
    • ठुमड़ा
    • मठुला
    • मुंगुवा 
    • ताबीज आदि  
  • पुरुषों में 
    • चुरुवा
    • कान की बारी
    • गले में कंठी 



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